आज गुरुसिंधु में लोग बिना किसी डर-भय के पिकनिक मना रहे हैं।
झारखंड से सटे इस इलाके में डेढ़ दशक पहले नक्सलियों (Naxals) का बोलबाला था। इस नक्ल ग्रस्त इलाके (Naxal Area) में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंच पाई थीं।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बलरामपुर जिले के रामचंद्रपुर विकासखंड के उचरवा गांव का गुरूसिन्धु का इलाका एक समय में लाल आतंक के साए में था। झारखंड (Jharkhand) से सटे इस इलाके में डेढ़ दशक पहले नक्सलियों (Naxals) का बोलबाला था। इस नक्ल ग्रस्त इलाके (Naxal Area) में बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंच पाई थीं। डेढ़ दशक पहले स्थिति विपरीत थी।
सिलाजु, दोलंगी और उचरवा में नक्सलियों (Naxalites) का जमावड़ा रहा करता था। लोग यहां दहशत में थे। लेकिन सरकार और प्रशासन के प्रयासों की वजह से इस नक्सली इलाके (Naxal Area) की फिजां अब बदल रही है। पुलिस की सक्रियता से नक्सलियों पर लगाम लगा और उनका आतंक धीरे-धीरे खत्म हो गया।
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आज गुरुसिंधु में लोग बिना किसी डर के पिकनिक मना रहे हैं। अब यह पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल बन गया है। कई राज्यों के लोग गुरूसिन्धु ने कनहर नदी की खूबसूरती और पत्थरों से घिरे चौड़े पाट को देखने पहुंच रहे हैं। इस गांव के दूसरे छोर पर झारखंड राज्य के गढ़वा जिला का चंपकली गांव स्थित है।
रामानुजगंज से 42 किलोमीटर दूर गुरुसिंधु के विकास के लिए ग्राम पंचायत द्वारा पहल की जा रही है। सचिव महेंद्र गुप्ता ने बताया कि शासन की पहल से काफी हद तक सड़क पक्की बन गई है परंतु अभी भी पहुंच मार्ग तक कच्ची सड़क है। यहां मुरुम डलवाया जा रहा है। पर्यटकों के वाहनों को खड़ा करने पार्किंग सहित पेयजल हेतु हैंडपंप की व्यवस्था की जा रही है।
बता दें कि जनपद पंचायत रामचंद्रपुर के उचरवा ग्राम के समीप गुरुसिंधु में कनहर नदी कुछ फीट के विशाल पत्थर के बीच से गुजरती है। यहां छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड और उत्तर प्रदेश जिले से लोग गुरुसिंधु पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। ग्राम पंचायत उचरवा में स्थित गुरूसिन्धु के पास गोगा झरना भी है जहां कनहर नदी एक विशाल पत्थर से नीचे की ओर गिरती है। इसका मनोरम दृश्य देखते ही बनता है।
रामानुजगंज के विधायक बृहस्पति सिंह बताते हैं, “क्षेत्रवासी ही नहीं बल्कि दूसरे प्रदेशों से भी लोग आकर यहां पर पिकनिक मनाना प्रारंभ कर दिए हैं। ऐसी स्थिति में इसका विकास भी होना जरूरी है। यहां के विकास के लिए बजट बनाकर शासन के पास भेजा जाएगा। आने वाले समय में यह सुविधायुक्त स्थल बनेगा।”
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वहीं, बलरामपुर के कलेक्टर श्याम धावड़े के मुताबिक, “गुरुसिंधु तक पहुंच मार्ग सहित अन्य विकास कार्यों के लिए वहां के सरपंच व सचिव से चर्चा कर उसे कराया जाएगा। पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां योजना बनाकर काम कराया जाएगा।”
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