कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आंकड़े छिपा रहा चीन! WHO इस हफ्ते जारी करेगा रिपोर्ट

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) टीम को चीन के वुहान शहर से ही कोरोना वायरस के सबसे अधिक फैलने के संकेत मिले हैं। इस बात का दावा अमेरिकी मीडिया, सीएनएन की एक रिपोर्ट में किया गया है।

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WHO reaction on Vaccine

WHO की टीम कोरोना वायरस के फैलाव और उसकी उत्पत्ति की जांच करने के लिए चार हफ्ते चीन में बिताए हैं। इस दौरान जांच दल ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले पहले मरीज से भी मुलाकात की थी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) टीम को चीन के वुहान शहर से ही कोरोना वायरस के सबसे अधिक फैलने के संकेत मिले हैं। इस बात का दावा अमेरिकी मीडिया, सीएनएन की एक रिपोर्ट में किया गया है। बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की टीम ने हाल ही में कोरोना के वुहान लैब से लीक होने के दावे को भी खारिज कर दिया था, लेकिन डब्ल्यूएचओ को शुरुआती डेटा नहीं दिए जाने के बाद चीन पर सवाल खड़े होने लगे।

कई देशों का मानना रहा है कि ड्रैगन वायरस को लेकर कुछ ऐसी जानकारियां छिपा रहा है, जिसे वह सामने नहीं आने देना चाहता। डब्ल्यूएचओ के जांचकर्ताओं को अब पता चला है कि दिसंबर, 2019 में वुहान में कोरोना का प्रकोप काफी व्यापक था। इसके लिए जांचकर्ताओं ने कई सौ ब्लड सैंपल्स की मांग भी की, जिसे चीन ने नहीं दिया।

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इसके साथ ही सीएनएन को ही दिए गए एक इंटरव्यू में डब्ल्यूएचओ मिशन के प्रमुख जांचकर्ता, पीटर बेन एम्ब्रेक ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस दिसंबर, 2019 में ही वुहान में बड़े पैमाने पर फैल चुका था। हालांकि, अभी तक इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं कि किसी जानवर के जरिए चीन में कोरोना वायरस का फैलाव हुआ था।

उन्होंने कहा कि टीम, जिसमें WHO के 17 और चीन के 17 वैज्ञानिक शामिल थे, ने पहले कोरोनो वायरस मामलों की जांच करने वाले वायरस जैनेटिक मटैरियल के प्रकार को व्यापक कर दिया। इससे उन्हें पूरे के बजाय, पार्शियल जैनेटिक सैंपल्स की जांच की अनुमति मिली।

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नतीजतन, वे पहली बार दिसंबर 2019 से SARS-COV-2 वायरस के 13 विभिन्न जैनेटिक सिक्वेंसिस को इकट्ठा करने में सफल हुए। अगर 2019 में चीन में व्यापक मरीज डेटा के साथ जांच की जाती है, तो ये समय के बारे में मूल्यवान सुराग दे सकते हैं।

WHO की टीम कोरोना वायरस के फैलाव और उसकी उत्पत्ति की जांच करने के लिए चार हफ्ते चीन में बिताए हैं। इस दौरान जांच दल ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले पहले मरीज से भी मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि 8 दिसंबर, 2019 में कोरोना वायरस पॉजिटिव आने वाले इस 40 वर्षीय कार्यालय कर्मी की किसी भी तरह की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी।

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अब टीम सभी संभावनाओं को लेकर की गई जांच की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट इस सप्ताह पेश करने जा रही है। वहीं डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबरेसर्स के मुताबिक, इस महत्वपूर्ण जांच की पूरी रिपोर्ट कुछ सप्ताह बाद जारी की जाएगी।

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