झारखंड: टेरर फंडिंग मामले में NIA ने नक्सली फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया, लेवी के पैसे बाजार में करता था निवेश

झारखंड (Jharkhand) के रांची में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए (NIA) ने टेरर फंडिंग (Terror Funding) मामले में 14 जुलाई को बड़ी कार्रवाई करते हुए गुमला जिले से पीएलएफआई (PLFI) नक्सली फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है।

Naxalites

सांकेतिक तस्वीर।

झारखंड (Jharkhand) के रांची में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए (NIA) ने टेरर फंडिंग (Terror Funding) मामले में 14 जुलाई को कार्रवाई करते हुए गुमला जिले से पीएलएफआई (PLFI) नक्सली फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक इस नक्सली (Naxali) का संबंध पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप से रहा है।

यह नक्सली संगठन की लेवी के रूप में वसूल किए गए पैसे को बाजार में निवेश करने का काम करता था। एनआईए ने फुलेश्वर गोप को गिरफ्तार करने के बाद उसे रांची में एनआईए (NIA) की विशेष अदालत में पेश किया, जहां अदालत ने एनआईए की टीम को फुलेश्वर गोप को चार दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति दे दी है।

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बता दें कि एनआईए ने टेरर फंडिंग (Terror Funding) मामले में साल 2018 में एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की थी। इससे पहले, नोटबंदी के दौरान 10 नवंबर, 2016 को रांची के बेड़ो थाना क्षेत्र से पुलिस ने 25.38 लाख रुपये एसबीआई शाखा में जमा करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था।

वहीं, साल 2017 में पुलिस (Police) की ओर से इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया था। बाद में एनआईए ने मामले की छानबीन शुरू कीतो 90 लाख रुपये की संपत्ति का पता चला। उसके बाद इसी साल जनवरी में एनआईए (NIA) की टीम ने पीएलएफआई नक्सली सुप्रीमो दिनेश गोप की दो पत्नियों हीरा देवी और शंकुतला कुमारी को गिरफ्तार किया।

छानबीन के क्रम में एनआईए ने कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया। इस बीच जांच एजेंसी को यह जानकारी मिली कि गुमला जिले के रहने वाला फुलेश्वर गोप शिवशक्ति समृद्धि इन्फ्रा प्राइवेट लि. नामक कंपनी बनाकर दिनेश गोप की पहली पत्नी हीरा देवी के माध्यम से लेवी में वसूली गई राशि को बाजार में निवेश करने का काम करता था। अब एनआईए (NIA) फुलेश्वर गोप से पूछताछ कर रही है। उससे नक्सलियों की फंडिंग और अवैध संपत्ति से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद है।

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