झारखंड: संगठन के विस्तार में जुटा है कुख्यात नक्सली कृष्णा हांसदा, NIA की रडार पर है यह शातिर

झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) की कार्रवाई से नक्सली संगठन बैकफुट पर हैं। लेकिन नक्सली, गिरिडीह और धनबाद में एक बार फिर से कमजोर हो रहे संगठन को मजबूती देने में जुटे हुए हैं।

Jharkhand Police

सांकेतिक तस्वीर

कुख्यात नक्सली कृष्णा, झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) के अलावा एनआईए (NIA) की रडार पर भी है। एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में कृष्णा के ऊपर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है।

झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) की कार्रवाई से नक्सली संगठन बैकफुट पर हैं। लेकिन नक्सली, गिरिडीह और धनबाद में एक बार फिर से कमजोर हो रहे संगठन को मजबूती देने में जुटे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, टेरर फंडिंग का आरोपी 15 लाख का इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा इन दिनों धनबाद जिले के मनियाडीह, टुंडी और गिरिडीह जिले के पीरटांड़ इलाके में संगठन के विस्तार में लगा हुआ है।

गौरतलब है कि कृष्णा झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) के अलावा एनआईए (NIA) की रडार पर भी है। एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में कृष्णा के ऊपर दो लाख का इनाम घोषित कर रखा है। टेरर फंडिंग मामले में एनआईए को कृष्णा हांसदा की तलाश है। गिरिडीह जिले के डुमरी थाना क्षेत्र से 21 जनवरी, 2018 को मनोज कुमार को छह लाख रुपए और संदिग्ध दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया गया था।

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इस मामले में डुमरी थाने में 22 जनवरी, 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। तब झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) को छानबीन में पता चला था कि मनोज कुमार के पास से बरामद राशि ठेकेदारों से वसूली गई लेवी थी। मनोज ने स्वीकार किया था कि वह नक्सलियों के रिजनल कमेटी सदस्य कृष्णा दा उर्फ कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश दा के लिए लेवी वसूलता है।

जिसके बाद एनआईए ने गिरिडीह के डुमरी थाने में 22 जनवरी को दर्ज टेरर फंडिंग के मामले को 9 जुलाई, 2018 को टेकओवर करते हुए केस रजिस्टर किया था। इसमें मनोज कुमार के अलावा कुख्यात नक्सली कृष्णा दा उर्फ कृष्णा हांसदा को भी आरोपी बनाते हुए जांच शुरू की गई थी।

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जानकारी के मुताबिक, कृष्णा हांसदा एक करोड़ के इनामी कुख्यात नक्सली प्रयाग मांझी और नक्सली कमांडर 25 लाख इनामी अजय महतो के कहने पर क्षेत्र में संगठन विस्तार में जुटा है। वह मनियाडीह, टुंडी व पीरटांड़ इलाके के पहाड़ी, तराई व वन्य बहुल एक सौ गावों में संगठन विस्तार को लेकर नए युवाओं को जोड़ने का काम युद्ध स्तर पर कर रहा है।

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