झारखंड: गुमला के जंगलों में नक्सलियों ने बिछा रखे हैं लैंड माइंस, विस्फोट में ग्रामीण की मौत

झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) गुमला जिले में नक्सलियों (Naxalites) की काली करतूत एक बार फिर सामने आई है।

Naxal Violence

सांकेतिक तस्वीर।

गुमला जिले के नक्सल प्रभावित मड़वा-केरागानी जंगल में नक्सलियों के लैंड माइंस विस्फोट (Landmine Blast) में एक ग्रामीण की मौत हो गई।

झारखंड (Jharkhand) के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) गुमला जिले में नक्सलियों (Naxalites) की काली करतूत एक बार फिर सामने आई है। नक्सल प्रभावित मड़वा-केरागानी जंगल में 14 जुलाई को लैंड माइंस विस्फोट (Landmine Blast) में एक ग्रामीण की मौत हो गई। ग्रामीण की पहचान बारडीह गांव के रहनने वाले 40 वर्षीय रामदेव मुंडा के रूप में हुई।

घटनास्थल कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र में है। बता दें कि एक दिन पहले इसी जंगल में लैंडमाइंस विस्फोट (Landmine Blast) में सीआरपीएफ (CRPF) के जवान विश्वजीत कुंभकार घायल हो गया था, जबकि खोजी कुत्ते की जान चली गई थी।

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एसपी हृदीप पी जनार्दनन के मुताबिक, कुरुमगढ़ थाना क्षेत्र में नक्सलियों का जमावड़ा होने की सूचना है। नक्सली किसी बड़ी हिंसक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसलिए यहां विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस इलाके में नक्सलियों ने लैंड माइंस का जाल बिछा रखा है।

जानकारी के अनुसार, 14 जुलाई की सुबह केरागनी जंगल क्षेत्र में सुरक्षाबल तलाशी अभियान चला रहे थे। इस दौरान आसपास के इलाके की जानकारी रखने वाले ग्रामीण जवानों की मदद कर रहे थे। इसी दौरान एक ग्रामीण का पैर लैंड माइंस पर पड़ गया। इसमें विस्फोट होने पर ग्रामीण जख्मी हो गया। उसे तत्काल डॉक्टर के पास ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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एसपी के अनुसार, मृतक के परिजनों को उग्रवादी हिंसा और मृत होने पर अनुदान राशि व अन्य सरकारी लाभ दिलवाया जाएगा है। वहीं, पुलिस-प्रशासन ने तत्काल आश्रितों को 50 हजार रुपए देने की जानकारी दी। इसके अलावा मृतक के परिवार को इंदिरा आवास, वृद्धापेंशन और प्रखंड कार्यालय से मदद के रूप में 10 हजार रुपए दिए जाएंगे। साथ ही गुमला पुलिस की ओर से पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी देने की अनुशंसा  की जाएगी।

बता दें कि मड़वा-केरागानी इलाके में इलाके सक्रिय नक्सलियों ने पुलिस को वहां पहुंचने से रोकने के लिए आईईडी की जाल से बिछा रखी है। यही वजह है कि आए दिन इस इलाके में नक्सलियों द्वारा प्लांट लैंड माइंस (Landmine Blast) की चपेट में आने से ग्रामीणों और मवेशियों के जख्मी और मौत होने की घटनाएं हो रही हैं।

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इस इलाके में नक्सलियों के जोनल कमांडर बुधेश्वर उरांव का दस्ता सक्रिय है। उसका प्रमुख सहयोगी रंथू उरांव और मो. लजीम है। गुमला पुलिस ने बीते कुछ महीनों से मड़वा-केरागानी इलाके में कार्रवाई तेज की है। नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पुलिस इस क्षेत्र में विशेष अभियान चला रही है।

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