
नक्सल प्रभावित क्षत्रों की निगरानी करने वाले ड्रोन हेरॉन को गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर मंगवाया है।
नक्सल प्रभावित क्षत्रों की निगरानी करने वाले ड्रोन हेरॉन को गृहमंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर मंगवाया है। ऐसा करने की वजह है अनुच्छेद 370 के बाद जम्मू-कश्मीर में बने हालात। जानकारी के मुताबिक, गृहमंत्रालय के आदेश के बाद बस्तर पुलिस ने ड्रोन को जम्मू-कश्मीर के लिए रवाना कर दिया है। अब यह ड्रोन जम्मू-कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखेगा। हालांकि, पुलिस के आला अफसर इसके बारे में अधिक जानकारी देने से बच रहे हैं।
सबसे पहले नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए भिलाई और हैदराबाद से उड़ान भरता था। लेकिन दूरी अधिक होने की वजह से सही समय पर जानकारी नहीं मिल पाती थी। इसके बाद सीआरपीएफ के अधिकारियों ने गृहमंत्रालय से इस ड्रोन की उड़ान बस्तर से शुरू करने की बात की थी। जिसके बाद से इसकी उड़ान बस्तर से शुरू की गई थी। इससे नक्सलियों के खिलाफ अभियान में पुलिस को काफी सफलता मिली। हेरॉन यूएवी इजराइल में निर्मित ड्रोन है।
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यह मानव रहित विमान की तरह हाई रेजॉलूशन कैमरे से लैस है। यह दूर बैठै व्यक्ति को लाइव तस्वीरें और वीडियो भेज सकता है। यह लगातार 18 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इसके अलावा यह ड्रोन कई और अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है। अब यह हाइटेक ड्रोन जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की मदद करेगा। गौरतलब है कि, 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 समाप्त कर दिया था। इससे घाटी में हालात के बिगड़ने की आशंका को देखते हुए गृह-मंत्रालय ने यह कदम उठाया है।
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