भारतीय सेना के अंदर फूट डालने की कोशिश में लगा पाकिस्तान, सेना ने बयान जारी कर खोली पोल

भारतीय सेना (Indian Army) ने 1 अक्टूबर को एक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान द्वारा कथित रूप से सेना और उप मुख्य आईडीएस (संचालन) लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण अभियान’ की निंदा की।

Indian Army

लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह।

भारतीय सेना (Indian Army) ने 1 अक्टूबर को एक बयान जारी करते हुए पाकिस्तान द्वारा कथित रूप से सेना और उप मुख्य आईडीएस (संचालन) लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह के खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण अभियान’ की निंदा की। सेना ने कहा भारतीय सेना को अपनी धर्मनिरपेक्ष साख पर गर्व है, उसने कहा कि पाकिस्तान द्वारा ‘दुर्भावनापूर्ण अभियान’ भारतीय सशस्त्र बलों के भीतर दरार पैदा करने का एक ‘हताश प्रयास’ था।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान द्वारा दुर्भावनापूर्ण प्रायोजित फर्जी खबरों को लेकर भारतीय सेना (Indian Army) ने कड़ी आपत्ति जताई है। भारतीय सेना ने 1 अक्टूबर को बताया कि “पाकिस्तान द्वारा पिछले कुछ दिनों में, भारतीय सेना के खिलाफ और विशेष रूप से सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा दुर्भावनापूर्ण एक राज्य-प्रायोजित दुष्प्रचार अभियान सोशल मीडिया पर चलाया गया है।”

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भारतीय सेना ने कहा कि “देश के भीतर धर्म आधारित असहमति को भड़काने में लगातार असफल होने के बाद, पाकिस्तान एक हताश प्रयास में, अब भारतीय सेना (Indian Army) के भीतर एक विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रहा है। भारतीय सेना (Indian Army) संस्थान को बदनाम करने के ऐसे प्रयास को स्पष्ट रूप से खारिज करती है।”

भारतीय सेना (Indian Army) एक धर्मनिरपेक्ष संगठन है और सभी अधिकारी और सैनिक अपने धर्म, जाति, पंथ या लिंग के बावजूद राष्ट्र की सेवा करते हैं।

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बता दें कि पाकिस्तान की तरफ से पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर झूठा प्रचार किया जा रहा था कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आदेश पर डिप्टी चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (ऑपरेशन), लेफ्टिनेंट जनरल तरनजीत सिंह को मोदी सरकार की नीतियों का विरोध करने के चलते गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके बाद भारतीय सेना ने बयान जारी कर पाकिस्तान की पोल खोल दी।

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