पीओके के चुनाव में इमरान खान की पार्टी ने जीती अधिकतर सीटें, विपक्षी दलों ने सरकार पर लगाया धांधली और हिंसा का आरोप

भारत ने इससे पहले गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने के पाकिस्तान के फैसले का विरोध किया था और कहा था कि सेना के जरिए कब्जाए गए क्षेत्र की स्थिति को बदलने का कोई कानूनी आधार नहीं है।

Imran Khan

पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में हुए चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और यहां अगली सरकार उसके नेतृत्व में बनेगी। हालांकि चुनाव में धांधली और हिंसा के आरोप लगे हैं।  

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सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान’ की खबर के मुताबिक, पीटीआई ने 23 सीटें जीती हैं, जबकि फिलहाल सत्ता पर काबिज पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) को सिर्फ छह सीटें मिली और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) आठ सीटों के साथ दूसरे नंबर की पार्टी बनी है। वहीं मुस्लिम कांफ्रेंस (MC) और जम्मू कश्मीर पीपुल्स पार्टी (JKPP) को एक-एक सीट पर कामयाबी मिली है।

उधर, जियो टीवी ने खबर दी है कि पीटीआई ने 25 सीटें जीतीं हैं, उसके बाद पीपीपी ने नौ और पीएमएल-एन ने छह सीटें जीतीं है। मुस्लिम कांफ्रेंस और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स पार्टी ने एक-एक सीट जीती है।

इमरान खान (Imran Khan)  की पार्टी को सरकार बनाने के लिए साधारण बहुमत मिल गया है और उसे किसी अन्य पार्टी के समर्थन की जरूरत नहीं है। यह पहली बार है कि वह पीओके में सरकार बनाएगी। परंपरागत रूप से, देश की सत्ताधारी पार्टी ही पीओके (PoK) में चुनाव जीतती है।

पीओके विधानसभा में कुल 53 सदस्य हैं लेकिन इनमें से केवल 45 पर सीधे निर्वाचन किया जाता है। इनमें पांच सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हैं और तीन विज्ञान विशेषज्ञों के लिए हैं। यहां सीधे चुने जाने वाले 45 सदस्यों में से 33 सीटें पीओके के निवासी के लिए हैं और 12 सीटें शरणार्थी के लिए, जो बीते कई सालों में कश्मीर से यहां आए थे और पाकिस्तान के कई शहरों में बस गए है।

भारत ने इससे पहले गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने के पाकिस्तान के फैसले का विरोध किया था और कहा था कि सेना के जरिए कब्जाए गए क्षेत्र की स्थिति को बदलने का कोई कानूनी आधार नहीं है।

पीटीआई के बैरिस्टर सुल्तान महमूद चौधरी क्षेत्र के ‘प्रधानमंत्री’ की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। वह अपनी सीट जीत गए हैं। पूर्व ‘प्रधानमंत्री’ और पीएमएल-एन नेता राजा फारूक हैदर ने अपनी सीट बचा ली है। एक अन्य पूर्व ‘प्रधानमंत्री’ और मुस्लिम कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सरदार अतीक अहमद खान भी जीत गए हैं। पीओके के सरकार प्रमुख को ‘प्रधानमंत्री’ कहा जाता है।

पीओके के विभिन्न जिलों की 33 सीटों पर कुल 587 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा जबकि पाकिस्तान में बसे जम्मू-कश्मीर के शरणार्थियों की 12 सीटें पर 121 प्रत्याशी मैदान में थे।

पाकिस्तान के विपक्षी दलों, पीपीपी और पीएमएल-एन ने खान (Imran Khan) की पार्टी पर रविवार को हुए चुनावों में “धांधली” करने का आरोप लगाया है। पीपीपी की उपाध्यक्ष सीनेटर शेरी रहमान ने कहा, “ चुनाव में व्यवस्थित धांधली का सबूत है।”

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