दंगाइयों से होगी सरकारी संपत्ति के नुकसान की वसूली, 254 मामले दर्ज और 903 की गिरफ्तारी

पुलिस सूत्रों की माने तो हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान की भरपाई, पुलिस ने दंगाइयों से वसूलने का निर्णय लिया है जबकि जुर्माना राशि नहीं देने पर संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है।

Delhi Violence

उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा (Delhi Violence) के मामले में पुलिस ने अभी तक कुल 254 मुकदमे दर्ज किए हैं जबकि 903 लोगों को दबोचा है। पुलिस (Delhi Police) सूत्रों की माने तो हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान की भरपाई, पुलिस ने दंगाइयों से वसूलने का निर्णय लिया है जबकि जुर्माना राशि नहीं देने पर संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है। दंगे के मामले को लेकर लगातार छापेमारी चल रही है जबकि 42 मुकदमे आर्म्स एक्ट को लेकर दर्ज किए गए हैं। दिल्ली के सोनिया विहार के अंबे एंक्लेव में बंद पड़े एक मकान में आग लगाने की खबर मिली। हालांकि पुलिस उपद्रवियों के मकान में आग लगाने की बात से इनकार कर रही है।

Delhi Violence
हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति का नुकसान की भरपाई, पुलिस ने दंगाइयों से वसूलने का निर्णय लिया है जबकि जुर्माना राशि नहीं देने पर संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है।

हिंसा (Delhi Violence) के मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने जिले के अलग–अलग थानों में प्राथमिकी दर्ज की जबकि लगातार धर-पकड़ की जा रही है। अभी भी हिंसा का शिकार हुए लोग लगातार पुलिस थानों में पहुंचकर अपनी शिकायतें दे रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक चूंकि हिंसा मामले (Delhi Violence) की जांच अपराध शाखा की दो एसआईटी (SIT) कर रही है‚ इसलिए एफआईआर (FIR) दर्ज कर धीरे–धीरे केसों की जांच एसआईटी (SIT) को ट्रांसफर की जा रही है।

पढ़ें: अफवाहों ने फिर फैलाई दिल्ली में दहशत, रातभर पुलिस ने किया गश्त

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने लोगों से अपील की है कि, ‘ऐसा देखने में आया है कि कुछ अराजक तत्व ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं जिससे शांति व्यवस्था में बाधा आए। लोगों को आगाह किया जाता है कि ना तो इन अफवाहों को फैलाएं और ना इन पर भरोसा करें। पूरी दिल्ली में कानून व्यवस्था पूर्णतः नियंत्रण में है और स्थिति शांत है। अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। दिल्ली के नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाएं और शांति बनाए रखने में मदद करें।’

पुलिस को हिंसा (Delhi Violence) से जुड़ी सीसीटीवी व वीडियो फुटेज लगातार मिल रही हैं। उधर‚ दंगों के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के कर्मी अंकित शर्मा की हत्या के आरोपी पार्षद ताहिर हुसैन और दंगे के दौरान दीपक दहिया नामक पुलिसकर्मी पर पिस्टल तानने वाले फरार शाहरूख पठान का कुछ पता नहीं चल सका है।

आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन की तलाश में क्राइम ब्रांच की एसआईटी उसके सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। वह गत 25 फरवरी से ही परिवार को लेकर अंडर ग्राउंड है।

पुलिस (Delhi Police) ने दिल्ली से लेकर ताहिर के पैतृक गांव अमरोहा तक छापेमारी की मगर उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने ताहिर हुसैन के रिश्तेदारों व उसके करीबियों की लिस्ट तैयार कर ली है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के प्रवक्ता मंदीप सिंह रंधावा ने दावा किया कि अब हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है।

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