
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जगदलपुर में नक्सल आईईडी (IED) की चपेट में आने से एक जवान घायल हो गया।
एनआरसी, सीएए, एनपीए के विरोध में 1 अप्रैल को दंडकारण्य बंद के दौरान नक्सलियों ने फिर से एक कायराना हरकत की है। नक्सलियों ने सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों पर हमले के लिए आईईडी (IED) लगाया था। हालांकि, समय रहते वह आईईडी बरामद कर नक्सलियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया गया।
दरअसल, नक्सलियों ने दंतेवाड़ा जिले के सीआरपीएफ (CRPF) 231वीं बटालियन के कोंडासावली कैम्प के पास 10 किलो का आईईडी (IED) लगाया था। जिसे जवानों ने सर्चिंग के दौरान बरामद कर लिया और उसे निष्क्रिय कर दिया। नक्सली बंद को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बाद भी नक्सलियों ने जगह-जगह बंद के बैनर-पोस्टर लगाए हैं।
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सबसे अजीब बात यह हा कि इन पोस्टरों में देश बचाने और संविधान बचाने की बात लिखी गई है, जबकि नक्सली (Naxali) देश के संविधान को मानते ही नहीं हैं। बता दें कि देश भर में कोरोना का कहर बरपा है। सरकार और प्रशासन इससे बचने के लिए दिन-रात काम कर रहा है। पर, नक्सलियों का उपद्रव इस मुश्किल वक्त में भी कम नहीं हो रहा। आए दिन वे अपनी नापाक मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश में लगे रहते हैं।
इससे पहले नक्सलियों ने नारायणपुर में सुरक्षाबलों पर कायरतापूर्ण हमले की साजिश रची थी। नक्सलियों ने डोमिनेशन के लिए निकले जवानों को निशाना बनाते हुए आईईडी (IED) ब्लास्ट किया। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि नक्सलियों की यह साजिश परवान नहीं चढ़ सकी। हमारे जवानों का इस ब्लास्ट (IED Blast) में जरा भी नुकसान नहीं हुआ।
बताया जा रहा है कि नारायणपुर के कुतुल मार्ग पर करेल घाटी के पास यह ब्लास्ट किया गया था। नक्सली इस इलाके में घात लगाकर बैठे थे। इस ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद नक्सली वहां से भाग निकले। इस धमाके के बाद जवानों ने इसकी सूचना कुकड़ाझोर थाने को भी दी।
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