
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में कई गांवों में लॉकडाउन (Lockdown) के बावजूद अन्य राज्यों से मजदूर सीमा में प्रवेश कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि जंगल और पहाड़ी रास्तों से नक्सली (Naxals) मजदूरों को गांवों में पहुंचा रहे हैं। इसके एवज में वे मजदूरों से पैसों की उगाही कर रहे हैं। नक्सलियों (Naxalites) की इस करतूत से ग्रामीण इलाकों के कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण का हॉटस्पॉट बनने का खतरा बढ़ गया है।
दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र, तेलंगाना, ओडिशा और आंध्र प्रदेश से मजदूरों को नक्सली (Naxalites) बॉर्डर पार करा कर छत्तीसगढ़ के गांवों में दाखिल करा रहे हैं। दंतेवाड़ा में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान मजदूरी कर वापस लौटने वालों की संख्या करीब 500 है, जो जंगलों के रास्ते गांव पहुंचे हैं। फिलहाल प्रशासन ने उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा है।
दंतेवाड़ा के एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, नक्सली ऐसा कर कई गांव के लोगों को खतरे में डाल रहे हैं, क्योंकि बाहर से आने वालों में संक्रमण का खतरा है। बगैर स्क्रीनिंग ही वे सीधे गांवों में आ जा रहे हैं। इससे दूसरों को भी खतरा है। नक्सली (Naxalites) खुद भी जंगलों के रास्ते अन्य राज्यों में जासी बात से लगाया जा सकता है कि जंगलों, पहाड़ों के जिन रास्तों का नक्सली उपयोग करते हैं, वापस आने वाले मजदूर भी उन्हीं रास्तों से पहुंच रहे हैं। इतना ही नहीं, बॉर्डर सील होने के साथ बस और रेल सब बंद है, फिर भी मजदूर अपने गांव पहुंच रहे हैं।
दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि नक्सली (Naxali) ग्रामीणों से पैसे लेकर ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व अन्य राज्यों से मजदूरी करने गए ग्रामीणों को दंतेवाड़ा में जंगलों और पहाड़ के रास्ते प्रवेश करवा रहे हैं। इससे गांवों में वायरस (Coronavirus) के संक्रमण का खतरा है। इनपुट मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन इस मामले में पूरी तरह सतर्क हो गया है।
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