छत्तीसगढ़: नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी, मैदान में उतरी फोर्स

पुलिस प्रशासन की कोशिशों की वजह से गांव के लोगों में भी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत आई है। ग्रामीण भी अब उनका साथ नहीं दे रहे हैं। आदिवासी सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल की मांग करने लगे हैं और सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।

Naxals

सांकेतिक तस्वीर।

नक्सलियों (Naxals) की कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस प्रशासन और सुरक्षाबल कमर कसकर मैदान में है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों (Naxals) को सबक सिखाने के लिए कमर कस लिया है। डीजीपी डीएम अवस्थी ने बस्तर के पुलिस अफसरों के साथ मीटिंग कर नक्सलियों के खिलाफ नए सिरे से रणनीति बनाने को कहा है। बता दें कि बीते दो दिनों में दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलों में छह ग्रामीणों की हत्या नक्सलियों ने कर दी।

इसके बाद नक्सल डीजी अशोक जुनेजा 5 सितंबर को पहली बार बीजापुर पहुंचे और नक्सल विरोधी अभियान (Anti Naxal Operation) तेज करने की हिदायत दी। दरअसल, छह महीने पहले ही नक्सल मोर्चे की कमान अशोक जुनेजा को सौंपी गई है। इससे पहले कि वे बस्तर आकर नक्सल मोर्चे पर तैनात बल से मुलाकात करते, कोरोना की वजह से लॉकडाउन हो गया।

भारत-चीन तनाव के बीच भारतीय सेना ने दिखाई उदारता, बॉर्डर पर भटके जानवरों को चीन को लौटाया

हालांकि, स्थानीय स्तर पर बस्तर आइजी सुंदरराज पी. लगातार अंदरूनी इलाकों में गश्त कर जवानों की हौसला आफजाई करते रहे। इस बीच नक्सली (Naxalites) कोरोना लॉकडाउन और फिर लगातार हो रही बारिश का फायदा उठाकर अपनी कायराना हरकतों को अंजाम देने की कोशिश में लग गए। बता दें कि बीते तीन सालों में नक्सलियों का वर्चस्व काफी कमजोर हुआ है।

पुलिस प्रशासन की कोशिशों की वजह से गांव के लोगों में भी नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत आई है। ग्रामीण भी अब उनका साथ नहीं दे रहे हैं। आदिवासी सड़क, बिजली, स्कूल, अस्पताल की मांग करने लगे हैं और सरकार के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। यह नक्सलियों के लिए खतरे की घंटी है। अब बौखलाकर नक्सली लोगों में खौफ पैदा करना चाहते हैं।

झारखंड: नक्सली करम सिंह मुंडा गिरफ्तार, आधा दर्जन मामलों में थी पुलिस को तलाश

पुलिस प्रशासन ने  नक्सलियों की इस रणनीति को भांप लिया है और इसलिए नक्सलियों के खिलाफ और भी आक्रामक अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। सुरक्षाबलों की सख्ती की वजह से बौखलाए नक्सली (Naxals) दहशत फैलाने के लिए बीते कुछ महीने से लगातार ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं। छह महीने पहले सुकमा जिले के चिंतलनार इलाके में दो युवकों की पीट-पीटकर हत्या नक्सलियों ने कर दी थी।

8 अप्रैल को सुकमा के ही फूलबगड़ी गांव में एक युवक की हत्या कर दी। वहीं, 15 जुलाई को कुकानार थाना क्षेत्र के पेंदलनार गांव में नक्सलियों ने एक युवक की हत्या कर दी। कुछ दिन पहले बीजापुर जिले के कुटरू में पुलिस के एएसआइ की हत्या नक्सलियों ने कर दी थी। 3 सितंबर दंतेवाड़ा के हिरोली इलाके में दो युवकों की हत्या कर दी। 5 सितंबर को भी नक्सलियों ने बीजापुर के गंगालूर इलाके में चार ग्रामीणों को मार डाला था।

ये भी देखें-

अब नक्सलियों (Naxals) की इन कायराना हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पुलिस प्रशासन और सुरक्षाबल कमर कसकर मैदान में है। छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी के मुताबिक, “मैंने सभी एसपी से बात की है और कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत दी है। नक्सल डीजी खुद बीजापुर गए थे। नए सिरे से रणनीति बनाकर नक्सलियों को उनकी मांद में खदेड़ा जाएगा।”

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें