बिहार में बड़ी साजिश रच रहे नक्सली! थाने, पिकेट पर हमले की बना रहे योजना

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नक्सलियों के हमले (Naxal Attack) की आशंका को देखते हुए, पुलिस मुख्यालय ने यह भी निर्देश दिया है कि, नक्सली क्षेत्र (Naxal Area) के लिए जो मानक तय किए गए हैं उसी के अनुसार सुरक्षा के प्रबंध किए जाएं, ताकि अगर नक्सली हमला करने पहुंचते भी है तो उनके हमले को नाकाम कर उन्हें मार गिराया जाए।

Naxalites

सांकेतिक तस्वीर।

बिहार (Bihar) में इसी साल विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इस बीच यह खबर आई है कि नक्सली (Naxalites) बिहार में हमले की बड़ी साजिश रच रहे हैं। ‘नवभात टाइम्स’ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि नक्सली, पुलिस थाने पर हमला कर सकते हैं। पुलिस मुख्यालय को मिले खुफिया रिपोर्ट में यह कहा गया है कि, नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सली, थाना, पुलिस पिकेट पर हमला कर सकते हैं। यही कारण है कि पुलिस मुख्यालय ने इनकी सुरक्षा और ज्यादा मजबूत करने का निर्देश जारी किया है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस मुख्यालय की तरफ से यह कहा गया है कि थाना, ओपी या पुलिस पिकेट की सुरक्षा में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि नक्सलियों के हमले (Naxal Attack) की आशंका को देखते हुए, पुलिस मुख्यालय ने यह भी निर्देश दिया है कि, नक्सली क्षेत्र (Naxal Area) के लिए जो मानक तय किए गए हैं उसी के अनुसार सुरक्षा के प्रबंध किए जाएं, ताकि अगर नक्सली हमला करने पहुंचते भी है तो उनके हमले को नाकाम कर उन्हें मार गिराया जाए।

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यह भी कहा जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय को खुफिया विभाग से नक्सलियों (Naxals) के कुछ इनपुट मिले हैं। खुफिया विभाग से मिले इनपुट में यह भी बताया गया है कि अपने चार साथियों के मारे जाने के बाद नक्सली बौखलाए हुए हैं, और वह बदले की कार्रवाई की घटना को अंजाम दे सकते हैं।

बताया जाता है कि बगहा के जंगल में पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों (Naxalites) को भारी नुकसान पहुंचा है। इससे नक्सली काफी बौखलाए हुए हैं। बता दें कि बगहा के जंगल में एसएसबी और एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे, यह घटना भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जंगल में हुई थी। इस दौरान एसएसबी और एसटीएफ को नक्सलियों के पास से एसएलआर राइफल और अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए थे।

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बताया जा रहा है कि साल 2020 में नक्सलियों (Naxals) के लिए यह सबसे बड़ी क्षति है। ऐसे में नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए बदले की कार्रवाई भी कर सकते हैं, यही वजह है कि मुख्यालय की तरफ से बिहार पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।

राज्य भर के एसएसपी, एसपी , बीएमपी कमांडेंट आदि को सचेत किया गया है। सभी को अपने -अपने क्षेत्र में स्थित पुलिस प्रतिष्ठानों की सुरक्षा एसओपी के तहत सुनिश्चित करने को कहा गया है। एडीजी ऑपरेशन सुशील मानसिंह खोपड़े का कहना है कि नक्सली (Naxalites) घने जंगलों से घिरे पठारी इलाका में कैंप किये हुए थे। लोकल इंटेलीजेंस के सूत्रों के अनुसार नक्सली एक मिशन के तहत निकले है। राज्य में वर्तमान में नक्सलियों के तीन गढ़ हैं. गया-औरंगाबाद का इलाका के चकरबंधा और जमुई का जंगली इलाका है।

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