किसान आंदोलन: देश को रोजाना 35 हजार करोड़ रुपये का हो रहा है नुकसान, पंजाब का साइकिल उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित

एसोचैम (ASSOCHAM) के अध्यक्ष ने बताया कि कपड़ा‚ वाहन कलपुर्जा‚ साइकिल‚ खेल का सामान जैसे उद्योग क्रिसमस से पहले अपने निर्यात ऑर्डरों को पूरा नहीं कर पाएंगे जिससे वैश्विक कंपनियों के बीच उनकी छवि प्रभावित होगी।

ASSOCHAM

ASSOCHAM

देश में जारी मौजूदा किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) की वजह से पंजाब‚ हरियाणा‚ हिमाचल प्रदेश और जम्मू–कश्मीर की अर्थव्यवस्था को ‘बड़ी चोट’ पहुंच रही है। उद्योग मंडल एसोचैम (ASSOCHAM) ने केंद्र और किसान संगठनों से नए कृषि कानूनों को लेकर जारी गतिरोध को जल्द दूर करने का आग्रह किया है।

कश्मीर में आतंकवाद: बीते 30 सालों में 1700 पुलिसकर्मी हुए हैं शहीद, 500 से ज्यादा PSO बने शिकार

एसोचैम (ASSOCHAM) के मोटे–मोटे अनुमान के अनुसार किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) की वजह से क्षेत्र की मूल्य श्रृंखला और परिवहन प्रभावित हुआ है‚ जिससे रोजाना तीन हजार से साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।

एसोचैम (ASSOCHAM) के अध्यक्ष निरंजन हीरानंदानी ने बताया‚ ‘पंजाब‚ हरियाणा‚ हिमाचल प्रदेश और जम्मू–कश्मीर की अर्थव्यवस्थाओं का सामूहिक आकार करीब 18 लाख करोड़ रुपए है। किसानों के विरोध–प्रदर्शन‚ सड़क‚ टोल प्लाजा और रेल सेवाएं बंद होने से आर्थिक गतिविधियां ठहर गई हैं।’

गौरतलब है कि भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) ने सोमवार को कहा था कि किसान आंदोलन (Farmers Protest) की वजह से आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई। आगामी दिनों में अर्थव्यवस्था पर इसका असर दिखेगा। इससे अर्थव्यवस्था का पुनरोद्धार भी प्रभावित हो सकता है।

एसोचैम (ASSOCHAM) के अध्यक्ष ने बताया कि कपड़ा‚ वाहन कलपुर्जा‚ साइकिल‚ खेल का सामान जैसे उद्योग क्रिसमस से पहले अपने निर्यात ऑर्डरों को पूरा नहीं कर पाएंगे जिससे वैश्विक कंपनियों के बीच उनकी छवि प्रभावित होगी।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें