Kargil War: पहली सैलरी लेने से पहले ही युद्ध में शहीद हो गया यह जवान

Kargil War 1999: वह अपनी पहली सैलरी लेने से पहले ही शहीद हो गए थे। कालिया सेना में कैप्टन का रैंक हासिल करने के एक माह बाद देश के लिए शहीद हो गए थे।

Kargil War

Saurabh Kalia

Kargil War: यह जवान अपनी पहली सैलरी लेने से पहले ही शहीद हो गए थे। वे कैप्टन का रैंक हासिल करने के एक माह बाद ही देश के लिए शहीद हो गए थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में भीषण युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने पाकिस्तानी सैनिकों को पटक-पटककर मारा था। पाकिस्तान (Pakistan) ऊंचाई वाले इलाकों पर कब्जा जमाए बैठा था जबकि भारतीय सेना के पास ये बढ़त नहीं थी। पर हमारे जवानों ने एक पल भी हौंसला कम नहीं होने दिया।

यूं तो युद्ध में हर एक जवान की अहमियत होती है लेकिन इस युद्ध में एक जवान ऐसे थे जिन्होंने अपने शौर्य के दम पर सबको हैरान कर दिया था। इस शहीद जवान का नाम सौरभ कालिया (Saurabh Kalia) है। वह जाट रेजीमेंट में शामिल थे। महज 22 साल की उम्र में उन्होंने देश की रक्षा में अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया था।

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वह पहली सैलरी लेने से पहले ही शहीद हो गए थे। उनके पिता और उनके कोर्समेट्स को आज तक याद है कि बाकि यंगस्टर्स की ही तरह शहीद कालिया भी अपनी पहली सैलरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन वह अपनी पहली सैलरी लेने से पहले ही शहीद हो गए थे। कालिया सेना में कैप्टन का रैंक हासिल करने के एक माह बाद देश के लिए शहीद हो गए थे।

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बता दें कि कालिया समेत अन्य सैनिकों को 15 मई, 1999 को पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जिंदा पकड़ लिया था। सौरभ 22 दिनों तक पाकिस्तान सेना की कैद में रहे और 9 जून, 1999 को पाकिस्तानी सेना द्वारा उनके शव सौंपा गया। शवों के साथ ऐसी बर्बरती की गई थी जिससे हर भारतीय का खून खौल उठा। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने अलग-अलग ऑपरेशन लॉन्च किए जिसमें पाकिस्तानी सैनिक लगातार ढेर होते गए।

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