File Photo
Line of Control: एलओसी से सटे इलाकों में सर्दियों में बर्फ पड़ती है। वहीं, सियाचिन एक ऐसा इलाका है जहां हमेशा बर्फ रहती है और तापमान माइनस 50 डिग्री तक रहता है।
भारतीय सेना (Indian Army) के जवान किसी भी चुनौती का सामना डटकर करते हैं। गर्मी हो चाहे सर्दी, हमारे वीर सपूतों के दिमाग में बस एक ही धुन सवार रहती है और वह है सिर्फ और सिर्फ देशभक्ति की। सेना के जवान विपरीत हालातों में भी देश की रक्षा करने से पीछे नहीं हटते।
सीमा पर कई इलाके ऐसे हैं जहां पर चार से पांच फीट तक बर्फ जम जाती है। यानी एक जवान के आधे हिस्से के बराबर बर्फ। ऐसे हालातों में हमारे जवान दिन में तो ड्यूटी देते ही हैं साथ ही कई जवान रात में भी तैनात रहते हैं।
Indian Army ने मध्यप्रदेश के ग्वालियर और दतिया जिलों के बाढ़ में फंसे लोगों को बचाया, देखें PHOTOS
किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी होता है। ड्यूटी के दौरान जवानों के चेहरे पर न शिकन होती है और न ही परेशानी की कोई लकीर। एलओसी (Line of Control) से सटे इलाकों में सर्दियों में बर्फ पड़ती है।
वहीं, सियाचिन एक ऐसा इलाका है जहां हमेशा बर्फ रहती है और तापमान माइनस 50 डिग्री तक रहता है। हर बार सर्दियों में भारी बर्फबारी से एलओसी पर घुसपैठ के तमाम रास्ते बंद हो जाते हैं और पाकिस्तानी गोलाबारी भी लगभग थम जाती है।
ये भी देखें-
हालांकि, सीमा पार आतंकी शिविरों में आतंकवादियों को दो से पांच फीट तक बर्फ को पार करने की ट्रेनिंग लगातार मिलती रहती है, ताकि आतंकी बर्फ के बीच भी घुसपैठ कर सकें। ऐसे में यह सोच लेना की बर्फ पांच फीट तक पड़ चुकी है और दुश्मन भारतीय सीमा में दाखिल नहीं होंगे, यह खतरे से खाली नहीं।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App