साइबर इंटेलिजेंस फर्म सायफर्मा (Cyfirma) ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि चीनी सरकार समर्थित हैकर्स ने हाल के हफ्तों में दो भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के आईटी सिस्टम को निशाना बनाया था।
चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और उसकी एक बड़ी साजिश सामने आई है। सीमा पर घुसपैठ में नाकाम रहा चीन अब भारत पर साइबर हमलों (Cyber Attacks) को अंजाम देने में जुट गया है। दरअसल, चीन ने भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बनाने वाली कंपनियों को निशाना बनाने की कोशिश की थी।
चीन सरकार के समर्थित हैकर्स ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन को बाधित करने की कोशिश की थी। साइबर इंटेलिजेंस फर्म Cyfirma ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को यह जानकारी दी है।
साइबर इंटेलिजेंस फर्म सायफर्मा (Cyfirma) ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि चीनी सरकार समर्थित हैकर्स ने हाल के हफ्तों में दो भारतीय वैक्सीन निर्माताओं के आईटी सिस्टम को निशाना बनाया था।
ग्लोडमैन सैक्स समर्थित और सिंगापुर-टोक्यो आधारित कंपनी Cyfirma ने कहा है कि चाइनीज हैकिंग ग्रुप APT10 ने भारत बायोटेक और दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और सप्लाई चेन सॉफ्टवेयर की कमजोरियों की पहचान कर सेंध लगाने की कोशिश की थी। इस चीनी हैकिंग ग्रुप को स्टोन पांडा (Stone Panda) के नाम से भी जाना जाता है।
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ब्रिटेन फॉरेन इंटेलिजेंस एजेंसी MI6 के टॉप ऑफिसर रह चुके और Cyfirma के सीईओ रितेश ने कहा, ”इसका मुख्य उद्देश्य बौद्धिक संपदा में घुसपैठ और भारतीय दवा कंपनियों से बढ़त हासिल करना है।” उन्होंने कहा कि APT10 SII को बार-बार टारगेट कर रहा है। यह कंपनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का उत्पादन दुनिया के कई देशों के लिए कर रही है और जल्द ही नोवावैक्स का भी उत्पादन करेगी।
रितेश ने कहा, “सीरम इंस्टीट्यूट के मामले में उन्होंने (हैकर्स) ने पाया कि उनके कुछ पब्लिक सर्वर कमजोर वेब सर्वर पर चल रहे हैं, जोकि भेद्य है। उन्होंने कमजोर वेब एप्लिकेशन के बारे में बात की है। वे कमजोर कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम के बारे में बात कर रहे हैं, जोकि अलार्म है।”
हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय ने साइबर हमले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके साथ ही सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT) के महानिदेशक कार्यालय ने कहा कि यह मामला इसके संचालन निदेशक एसएस शर्मा को सौंप दिया गया था।
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बता दें कि यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पिछले साल अक्टूबर में मुंबई में चीनी हैकर्स ने बिजली गुल कर दी थी। महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्री ने भी इसमें सच्चाई होने की बात कही है। हालांकि केंद्र सरकार ने इससे इनकार किया है।
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