पहली बार खाड़ी देशों के साथ बड़े युद्धाभ्यास का हिस्सा बन रही है भारतीय वायुसेना, अमेरिका-फ्रांस भी डेजर्ट फ्लैग के अहम साझेदार

हाल ही के दिनों में भारत का अरब देशों के साथ सैन्य साझेदारी बढ़ा है। इसी के तहत कुछ दिन पहले भारतीय थलसेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने सऊदी अरब और यूएई की यात्रा पर गये थे।

Indian Air Force

अरब देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों के बीच भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के 6 सुखोई 30 एमकेआई (Su-30-MKI) लड़ाकू विमान 3 मार्च को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बहुराष्ट्रीय सैन्‍य युद्धाभ्यास ‘डेजर्ट फ्लैग’ में पहली बार भाग लेने के लिए रवाना होंगे। वायुसेना अधिकारी ने इस बाबत जानकारी साझा की। 

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गौरतलब है कि इस युद्धाभ्यास में भारत के अलावा अमेरिका, फ्रास और सऊदी अरब सहित करीब 10 देश शिरकत करेंगे। जिसमें भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के 6 सुखोई विमान के साथ ही 2 सी-17 विमान भी हिस्सा लेंगे।

गौरतलब है कि हाल ही के दिनों में भारत का अरब देशों के साथ सैन्य साझेदारी बढ़ा है। इसी के तहत कुछ दिन पहले भारतीय थलसेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने सऊदी अरब और यूएई की यात्रा पर गये थे। जिसने खाड़ी देशों के साथ भारत की सैन्य साझेदारी को और मजबूती प्रदान की है। इसी का नतीजा है कि फ्रांस से भारत को मिली राफेल विमानों की खेप को रास्‍ते में यूएई की वायु सेना के विमानों ने ही एयर फ्यूलिंग की थी।

मालूम हो कि इसी साल जनवरी में ही जोधपुर में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने फ्रांस की वायुसेना के साथ ‘डेजर्ट नाइट 2021’ युद्धाभ्‍यास किया था। जिसमें दोनों देशों के राफेल लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया था। इसमें राफेल के अलावा भारतीय वायु सेना के सुखोई और मिराज 2000 युद्धक विमान भी शामिल हुए थे।

वहीं दूसरी तरफ कुछ दिन पहले ही बीकानेर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत और अमेरिका की सेनाओं के बीच युद्धाभ्यास हुआ था। इसमें आठ पहियों पर चलने वाले अमेरिकी स्ट्राइकर टैंक नजर आए थे। भारत की ओर से सारथी टैंक नजर आया था। युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाओं ने जमीनी हमलों का भी अभ्यास किया था।

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