दंतेवाड़ा में CRPF जवानों पर नक्सली हमला, 1 जवान शहीद और 5 जख्मी
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ जवानों पर सोमवार को एक बड़ी नक्सली हमला हुआ। इस हमले में एक जवान शहीद हो गया और पांच जवान घायल हो गए।
नक्सलग्रस्त दंतेवाड़ा के कावड़गांव को वालीबॉल दे रहा नई पहचान
नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा का कावड़गांव के युवा पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। खासकर वालीबॉल के लिए तो यहां के युवा ही नहीं 4 साल के बच्चे तक दीवाने हैं।
नक्सलवादियों के दिन लदने लगे हैं, काउंट डाउन शुरू
नक्सल आतंकवाद तेजी से पतन की तरफ बढ़ रहा है। पिछले 10 साल के आंकड़े तो यही कहानी बयान कर रहे हैं। नक्सली गतिविधियों में तेजी से कमी आई है।
Gone Gone Going… end game begins for Naxals
Good time to write an obituary of Naxal terror? Looks like that and figures available with us of the last 10 years clearly establish how Left wing extremists have suffered serious reverses.
अपनों की शहादत ने दी हिम्मत, वतन की हिफाजत के लिए मोर्चा संभाल रही हैं बेटियां
किसी का भाई शहीद हुआ तो किसी का पति, घड़ी मातम की थी लेकिन सब मातम ही मनाते रह जाएंगे तो भला देश की हिफाजत कौन करेगा। लिहाजा, इन बेटियों ने पहन ली वर्दी और डर गईं मोर्चे पर।
शादी की बात करने आना था घर, आया तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर
साथियों को बचाने के लिए सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमान्डेंट नागसेप्पम मनोरंजन सिंह ने अपने सीने पर खाई गोलियां।
कीर्ति-चक्र पाने वाले CRPF के पहले जांबाज कॉन्सटेबल भृगुनंदन चौधरी की कहानी…
कमर के नीचे का हिस्सा बुरी तरह जख्मी होने के बावजूद भृगुनंदन चौधरी (Constable Bhrigu Nandan Choudhary) के हौसले पस्त नहीं हुए। वे असहनीय दर्द के बावजूद रेंगते हुए आगे बढ़ते रहे और उन्होंने आधा दर्जन नक्सलियों को मार गिराया।
बेटियों की उड़ान की नई मिसाल हैं बस्तर की माउंटेन गर्ल नैना
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की नैना राज्य की पहली महिला हैं जिन्होंने किसी पर्वत की चढ़ाई पूरी की है। नैना ने 6,512 मीटर ‘भागीरथी 2’ को फतह कर नया कीर्तिमान बनाया है। भागीरथी-2 हिमालय की सबसे अधिक बर्फीली पहाड़ियों में से एक है, जो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में है। पुलिस पिता की यह बिटिया जिगर के मामले में पुरुषों को भी मात देती है।
नक्सल प्रभावित बस्तर की पहली आईआईटियन सावित्री की कहानी
सावित्री बस्तर की ऐसी पहली छात्रा हैं, जिन्होंने आईआईटी क्रैक किया। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में गरीबी और संसाधनों के अभाव का सामना करते हुए अनपढ़ माता-पिता की इस बेटी ने इतिहास रच दिया।
200 नक्सलियों से अकेले भिड़ गया यह दिलेर, शहादत से पहले मचाया मौत का तांडव
अकेले 200 नक्सलियों से लड़ते हुए के प्रसाद बाबू ने 9 नक्सलियों को मार गिराया। कई नक्सलियों को घायल कर दिया। बाद में प्रसाद बाबू को नक्सलियों ने पकड़ लिया। उन्हें टॉर्चर किया और उनकी हत्या कर दी।
जब मुंबई में दौड़े नक्सल प्रभावित इलाकों के युवा, लोग देखते रह गए
Mumbai Marathon: 20 जनवरी को मुंबई में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। वैसे तो 2004 से हर साल जनवरी...
हॉकी वर्ल्ड कप के मैच में मुख्यमंत्री के साथ चीयर करते इन पूर्व नक्सलियों को देख कर आपको हैरत होगी
30 पूर्व नक्सलियों ने क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ स्टेडियम में देखा मैच। इनको देख कर कोई कह सकता है कि इन हाथों में पहले हथियार हुआ करते थे?
नक्सली रह चुकी इस महिला की कहानी उन लोगों के लिए सीख है जो हथियार उठाने के लिए बेताब हैं
"नक्सली संगठन में हमें इंसानों को निशाना बनाने के लिए सिखाया गया था। पर यहां सब-कुछ बहुत अलग है। यहां किसी भी निर्दोष को निशाना नहीं बनाया जाता। यहां बच निकलने या भागने के लिए नहीं सिखाया जाता, बल्कि सामना करने के लिए सिखाया जाता है।"
महिला नक्सलियों के साथ रेप, मारपीट और पत्नियों की अदला-बदली आम, एक पूर्व महिला नक्सली की आपबीती
साथी कमांडर्स ने सात साल तक मेरे साथ रेप किया। यह तब हुआ जब मैं 25-30 सशस्त्र नक्सलियों की कमांडर थी। नक्सलियों के बीच पत्नियों की अदला-बदली, साथी महिला नक्सलियों को मारना-पीटना और रेप करना बेहद आम है।
देश सेवा सिर्फ सरहद पर जाकर ही नहीं होती, यकीन नहीं तो रायपुर के दूबे जी से मिल लीजिए
रायपुर (छत्तीसगढ़) के मनीष दूबे सेना में जाना चाहते थे। वह सेना में तो नहीं जा सके पर सैनिकों और सेना के प्रति प्रेम और सम्मान प्रदर्शित करने के लिए उन्होंने एक अनोखा रास्ता खोज निकाला। उन्होंने रायपुर में एक रेस्टोरेंट खोला, जिसमें जवानों और उनके परिवार के सदस्यों को किफायती दर पर भोजन मिलता है।
नक्सल समस्या के लिए कुख्यात दंतेवाड़ा की नई पहचान, नम्रता जैन ने रचा इतिहास
नक्सली हमलों और नक्सलियों के गढ़ के रूप में कुख्यात रहे छत्तीसगढ़ के बस्तर की पहचान अब बदल रही है।...
मौत को मात देकर वापस लौट आया चीता, 9 गोलियां लगने के बाद भी छुड़ा दिए दुश्मनों के छक्के
अपनी साहस और बहादुरी के बूते चीता आज युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं। उनके जज्बे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि करीब 2 महीने कोमा में रहने के बाद मौत के मुंह से निकलकर आए।