Naxal Attack

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने एक पुलिसकर्मी पर हमला कर उसे घायल कर दिया और पुलिस के पास मौजूद राइफल को छीनकर भाग गए। घायल पुलिसकर्मी अपने अन्य साथियों के साथ जिले के मद्देड़ में रामनवमी के मेले में सुरक्षा ड्यूटी पर था। सुरक्षा की दृष्टि से इस मेले में राज्य सरकार ने 40 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा रखी है।घायल पुलिसकर्मी का नाम वेंकट मज्जी बताया जा रहा है।

सुरक्षाबलों ने पोलिंग पार्टियों को निशाना बनाने की बड़ी नक्सली साजिश को नाकाम कर दिया। साथ ही, नक्सलियों को चमका देने को पोलिंग पार्टियों का रास्ता भी बदला गया। नक्सलियों ने पोलिंग पार्टियों के रास्ते पर कई आइईडी बम प्लांट किए थे। जिन्हें चिह्नित कर के मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। लगभग दस पोलिंग पार्टियां माओवादियों के निशाने पर थीं।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 9 अप्रैल को हुए नक्सली हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी कुख्यात नक्सली साईंनाथ ने लिया है। उसने एक पर्चा जारी किया है, जिसमें इस हमले के पीछे उसका हाथ होने की बात कही गई है। साईंनाथ दंडकारण्य स्पेशल जोन और दरभा डिवीजन कमिटी का सचिव है।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना के महाराष्ट्र सीमा के पास बुकमरका पहाड़ी में 10 अप्रैल को पुलिस ने धावा बोल कर नक्सली शिविर को ध्वस्त कर दिया। काफी देर तक चली फायरिंग के दौरान नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट भी किए और फिर पुलिस को भारी पड़ता देख मोर्चा छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए होने वाले मतदान से एक दिन पहले 10 अप्रैल को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीआरपीएफ (CRPF) की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया। विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमले के अगले ही दिन नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया। नक्सलियों ने गढचिरौली के इट्टापल्ली के गट्टा इलाके में सीआरपीएफ के 191 बटालियन पर आईईडी हमला किया।

भीमा मंडावी विधानसभा में भाजपा विधायक दल के उपनेता थे। मंडावी दूसरी बार विधायक चुने गए थे। दंतेवाड़ा जिले के गदापाल निवासी मंडावी 2008 में विधायक चुने गए थे।

लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2019) से ठीक पहले नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक बड़ा हमला किया है। इस हमले में बस्तर के इकलौते बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की मौत हो गई है। वहीं, उनकी सुरक्षा में तैनात 4 जवान शहीद भी हो गए हैं।

नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन ग्रीन हंट के दौरान 6 अप्रैल, 2010 को जो हुआ था, उसे कोई कैसे भूल सकता है। इस दिन कई सौ की संख्या में नक्सलियों ने हमला कर सीआरपीएफ के 76 जवानों को मौत के घाट उतार दिया था। इसे अब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला माना जाता है। उसमें 22 साल के जवान निर्वेश कुमार भी थे। इस हमले में वे शहीद हो गए थे। निर्वेश आगरा के चित्रहाट क्षेत्र के नौगंवा के रहने वाले थे।

लोकसभा चुनाव से पहले नक्सली लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की होने वाली सभा से ठीक पहले नक्सलियों ने बम धमाके किए।

छत्तीसगढ़ के कांकेर में 4 अप्रैल को बीएसएफ और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ की जगह और आस-पास के इलाकों से 27 बम बरामद किए गए हैं। इनमें पांच किलोग्राम के 14 प्रेशर कुकर बम, छह तीर बम और पेट्रोल बम शामिल हैं

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में भोपाल के जवान हरीश चंद्र पाल शहीद हो गए थे। वह सीआरपीएफ की 211 वीं बटालियन में हवलदार थे।

4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर में हुए नक्सली हमले में शहीद होने वाले बीएसएफ के 4 जवानों में झारखंड के धनबाद के लोधना के रहने वाले इशरार खान भी हैं। शहीद मोहम्मद इशरार खान बीएसएफ के 114वीं बटालियन में थे।  उनका परिवार लोधना के साउथ गोलकडीह में रहता है। परिवार में सब उन्हें टिंकू कह कर बुलाते थे।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित धमतरी जिले में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक अन्य घायल हुआ है।

छत्तीसगढ़ के कांकेर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में BSF के 4 जवान शहीद हो गए हैं। मुठभेड़ कांकेर जिले के पंखाजुर इलाके के परतापुर में हुई।

छत्तीसगढ़ और झारखंड में आगामी लोकसभा चुनावों में नक्सलियों के हमले की साजिश सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया है। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सीएम भूपेश बघेल की सभा से पहले पुलिस ने एक महिला सहित तीन नक्‍सलियों को राजा बंगला इलाके से गिरफ्तार किया है। उधर, झारखंड में भी लोकसभा चुनाव के दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों पर हमले की तैयारी कर रहे नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। लातेहार में नक्सलियों ने विस्फोटक, राइफल, गोली और विस्फोटक बनाने के सामान छिपा कर रखे थे। यह सब सुरक्षा बलों के हाथ लग गया।

नक्सलियों की काली करतूत एक बार फिर सामने आई है। नक्सलियों ने बिहार के गया जिले में भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व विधान पार्षद के घर को डायनामाइट से उड़ा दिया है। घटना के बाद वहां नक्सलियों ने पर्चे भी छोड़े जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की बात कही गई है।

नक्सलियों की करतूत अब आम लोगों और छोटे स्कूली बच्चों के लिए खतरनाक बन चुकी है।

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