5 लाख की इनामी महिला नक्सली ने किया सरेंडर, बड़े भाई से की ये अपील

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) जिले में इनामी महिला नक्सली (Woman Naxali) ने पुलिस (Police) के सामने सरेंडर (Surrender) कर दिया। यह नक्सली कटेकल्याण एरिया कमेटी की सदस्य और चेतना नाट्य मंडली की अध्यक्ष रही है।

Woman Naxalites

सांकेतिक तस्वीर

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित बस्तर (Bastar) जिले में इनामी महिला नक्सली (Woman Naxali) ने पुलिस (Police) के सामने सरेंडर (Surrender) कर दिया। कटेकल्याण एरिया कमेटी की सदस्य और चेतना नाट्य मंडली की अध्यक्ष रही दसमी ने पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज, सुन्दरराज पी, पुलिस अधीक्षक बस्तर दीपक कुमार झा, सीआरपीएफ की 80वीं बटालियन के कमाडेंट अमिताभ कुमार की उपस्थिति में आत्मसमर्पण किया।

नक्सलियों की खोखली विचारधारा से थी तंग: बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने 22 जुलाई को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि माओवादियों के दरभा डिवीजन में सक्रिय महिला नक्सली दसमी कुहरामी ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों के सामने आत्समर्पण कर दिया। सुंदरराज ने बताया कि दसमी नक्सलियों द्वारा किए जा रहे जघन्य अपराधों, विकास विरोधी नीति तथा खोखली विचारधारा से त्रस्त थी। जिसकी वजह से उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण का फैसला किया।

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नक्सलियों के बहकावे में आकर संगठन से जुड़ी: महिला नक्सली (Woman Naxali) दसमी के अनुसार, नक्सलियों के बहकावे में आकर वह 12-13 साल की उम्र से ही नक्सली संगठन से जुड़ गई थी। शुरू में साल 2011 से 2016 तक वह नक्सलियों के चेतना नाट्य मण्डली से जुड़ी रही। उसकी सक्रियता को देखते हुए साल 2017 में उसे चेतना नाट्य मण्डली के अलावा दरभा डिवीजनल कमेटी के तहत कटेकल्याण एरिया कमेटी का सदस्य बना दिया गया था। जहां अब तक सक्रिय रूप से कार्य कर रही थी।

शासन की पुर्नवास नीति से प्रभावित होकर किया सरेंडर: आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली (Woman Naxali) के अनुसार, वह नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आ चुकी थी। उसने कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत बस्तर जिले में संचालित ‘आमचो बस्तर-आमचो पुलिस’ कार्यक्रमों के दौरान राज्य शासन की पुर्नवास नीति और आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिलने वाले फायदे से प्रभावित होकर उसने आत्मसमर्पण किया है।

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कई संगीन मामले हैं दर्ज: पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के मुताबिक, नक्सली दसमी क्षेत्र में 13 नक्सली घटनाओं में शामिल रही है। उसके खिलाफ आठ मामले बस्तर जिले में और पांच मामले अन्य जिलों में दर्ज हैं। इस महिला नक्सली (Woman Naxali) के खिलाफ साल 2012 में दंतेवाड़ा जिले के किरन्दुल क्षेत्र में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के वाहन पर हमले की घटना में शामिल होने का आरोप है। इस घटना सीआईएसएफ के छह जवान और एक वाहन चालक की मौत हो गई थी। इसके अलावा, वह साल 2015 में कोलेंग गांव के जनपद सदस्य पाण्डूराम का अपहरण कर उसकी हत्या और साल 2015 में ही दरभा क्षेत्र में पुलिस दल पर हमले की घटना शामिल है। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी शहीद हो गया था

5 लाख की इनामी: सुंदरराज ने बताया कि नक्सली दसमी पर प्रशासन की ओर से पांच लाख रूपए का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण के बाद उसे छत्तीसगढ़ पुनर्वास नीति के तहत दी जाने वाली दस हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। साथ ही उस पर घोषित पांच लाख रूपए के इनाम की राशि और अन्य सुविधाओं का लाभ भी दिया जाएगा

भाई से की सरेंडर करने की अपील: बता दें कि दशमी का बड़ा भाई लक्ष्मण भी नक्सली संगठन से जुड़ा है। वह माजकोट क्षेत्र का लोकल आर्गेनाइजेशन स्क्वाड का कमांडर है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दसमी ने सरेंडर करने के बाद अपने बड़े भाई लक्ष्मण से भी आत्मसमर्पण करने की अपील की है।

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