Jharkhand: महिलाएं कर रहीं इस नक्सल प्रभावित इलाके को रोशन, बना रहीं सोलर इलेक्ट्रॉनिक लाइट

झारखंड (Jharkhand) में गुमला जिले के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) करंजपुर में अब सोलर इलेक्ट्रॉनिक लाइट के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इससे गांव के 150 घर जगमगा हो रहे हैं।

Naxal Area

महिलाएं कर रहीं इस नक्सल प्रभावित इलाके को रोशन

लंबे समय से यह गांव नक्सल प्रभावित (Naxal Area) रहा है। जिस कारण यह इलाका विकास से अछूता रह गया। गांव में बिजली के पोल तो लगे हुए थे, पर ग्रामीण अंधेरे में जीने को विवश थे।

झारखंड (Jharkhand) में गुमला जिले के नक्सल प्रभावित (Naxal Area) करंजपुर में अब सोलर इलेक्ट्रॉनिक लाइट के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। इससे गांव के 150 घर जगमगा हो रहे हैं। इस इलाके में विकास की रोशनी को पहुंचाने का सपना प्रशासन के जिला नव परिवर्तन निधि के माध्यम से संभव हो सका।

बता दें कि करंजपुर गांव नक्सल प्रभावित इलाका रहा है। नक्सल आतंक के चलते आजादी के सात दशक बाद भी गांव के विकास की गति थोड़ी धीमी है। ऐसे में प्रशासन के प्रयास से गांव की दो महिलाओं वृंदावती देवी और वीरमुनी देवी को राजस्थान में सौर इलेक्ट्रॉनिक लाइट बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए भेजा गया था।

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छह महीने की ट्रेनिंग के बाद ये महिलाएं गांव लौटी और अब इन्हीं महिलाओं द्वारा बनाए गए सोलर इलेक्ट्रॉनिक लाईट से गांव के घर जगमगा रहे हैं। महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने को लेकर सोलर लाइट के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ाने की योजना है। जिन गांवों में बिजली नहीं पहुंच सकी है, वहां सोलर लाइट के माध्यम से बिजली पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

ये महिलाएं गांव व आसपास के क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी लाइट बनाने का प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाने का काम कर रही है। वृंदावती देवी व वीरमुनी देवी बताती हैं कि लंबे समय से यह गांव नक्सल प्रभावित (Naxal Area) रहा है। जिस कारण यह इलाका विकास से अछूता रह गया। गांव में बिजली के पोल तो लगे हुए थे, पर ग्रामीण अंधेरे में जीने को विवश थे।

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इसके बाद धीरे-धीरे प्रशासन के प्रयास से विकास की योजनाएं क्षेत्र में धरातल पर दिखना प्रारंभ हुआ है। इसी क्रम में सोलर लाइट के माध्यम से बिजली की आपूर्ति का काम किया गया है। जिला प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी इस क्सल ग्रस्त इलाके (Naxal Area)के विकास के लिए लागातर प्रयास कर रहा है।

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गांव के मुखिया रंजीत उरांव ने उपायुक्त व अन्य अधिकारियों से गांव में रोड निर्माण, सिंचाई की व्यवस्था, प्लस टू स्कूल में शिक्षकों की कमी की समस्या से अवगत कराते हुए इसके समाधान की मांग की है, जिससे गांव और पंचायत का विकास की गति बढ़ सके। अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि प्रशासन गांव के विकास के लिए हर संभव कदम उठाएगा।

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