टेरर फंडिंग पर शिकंजा! NIA ने जम्मू-कश्मीर में की छापेमारी

टेरर फंडिंग पर एनआईए की कड़ी कार्रवाई 2 साल पहले से ही जारी है। एनआईए ने अलगाववादी नेता सज्जाद लोन के करीबी व्यापारी आसिफ लोन, तनवीर अहमद, तारिक अहमद और बिलाल भट के घर कार्रवाई की।

जम्मू कश्मीर, एनआईए, आतंकवाद, आतंक, टेरर फंडिंग

टेरर फंडिंग के खिलाफ एनआईए की छापेमारी।

आतंकियों को फलने-फूलने के लिए आर्थिक सहायता देने वालों पर आतंकवाद निरोधी दस्ते ने करारा प्रहार किया है। एनआईए की एक टीम ने उत्तर कश्मीर के बारामुला में छापेमारी की है। रविवार (28 जुलाई, 2019) की सुबह एनआईए की टीम ने यहां चार जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। एनआईए की टीम के साथ स्थानीय पुलिस और केंद्रीय रिजर्व बल के जवान भी इस छापेमारी में शामिल थे। दरअसल हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से टेरर फंडिंग की साजिश में संलिप्त होने के शक में एनआईए ने यह कार्रवाई की है। इस छापेमारी से टीम को क्या कुछ मिला है अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन टेरर फंडिंग पर एनआईए की कड़ी कार्रवाई 2 साल पहले से ही जारी है। एनआईए ने अलगाववादी नेता सज्जाद लोन के करीबी व्यापारी आसिफ लोन, तनवीर अहमद, तारिक अहमद और बिलाल भट के घर कार्रवाई की।

इससे पहले इसी महीने 23 जुलाई को एनआईए की टीम ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में स्थित केलर इलाके में एक बिजनेसमैन गुलाम अहमद वानी के घर पर छापेमारी की थी। दरअसल गुलाम अहमद वानी पर हवाला नेटवर्क और पाकिस्तान से होने वाली टेरर फंडिंग में शामिल होने का शक है।

CRPF: भारत का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल, जानिए गठन से लेकर ट्रेनिंग और भर्ती प्रक्रिया के बारे में

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और कई अन्य अलगाववादी नेताओं से पूछताछ के बाद एनआई ने पिछले महीने ही दावा किया था कि कश्मीर घाटी में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान से टेरर फंडिंग होती रही है। एनआईए के मुताबिक, मुस्लिम लीग नेता मसर्रत आलम ने अधिकारियों से बताया कि पाकिस्तान समर्थित एजेंट ने विदेश से पैसे जुटाए और हवाला ऑपरेटर्स के जरिए उसे जम्मू-कश्मीर भेजा। बता दें कि बता दें कि एनआईए ने जमात-उद-दावा, दुखतारन-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और जम्मू-कश्मीर के दूसरे अलगाववादी समूहों के खिलाफ फंड जुटाने को लेकर 20 मई, 2017 को एक मामला दर्ज किया था। एनआईए ने 13 आरोपियों पर इस संदर्भ में आरोप-पत्र दाखिल किया है। इसमें अलगाववादी नेता, हवाला कारोबारी और पत्थरबाज शामिल हैं। एनआईए के मुताबिक अलगाववादियों के इशारे पर इन युवाओं को वैध दस्तावेज उपलब्ध कराकर पाकिस्तान की यात्रा कराई जाती थी, जहां इन्हें आतंकवादी ट्रेनिंग दी जाती है। इसी सिलसिले में घाटी में एनआईए की छापेमारी लगातार जारी है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें