
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सड़क निर्माण में लगे वाहनों में नक्सलियों ने आग लगा दी
नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बन रही सड़कों पर माओवादियों की बुरी नजर है। वे क्षेत्र में सड़कों का निर्माण नहीं होने देना चाहते। 30 जून को एक बार फिर नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगी तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। राज्य के सुकमा जिले में सड़क निर्माण पर लगे चार वाहनों में नक्सलियों ने आग लगा दी। गौरतलब है कि, ऐराबोर-कोंटा मुख्यमार्ग से लेड्रा के बीच पीएमजीएसवाय के तहत सड़क निर्माण का काम चल रहा है, जिसका नक्सली विरोध कर रहे हैं। लगभग पांच किलोमीटर लंबी इस सड़क का काम लगभग पूरा हो चुका है।
जानकारी के अनुसार, 30 जून को करीब दोपहर ढाई बजे आधा दर्जन नक्सली गांव वालों की वेश-भूषा में निर्माण स्थल पर आ धमके। पहले उन्होंने मजदूरों से सड़क का काम बंद करवाया और ठेकेदार के बारे में पूछने लगे। उन्होंने वहां के मुंशी से मारपीट भी की। दोबारा सड़क का काम शुरू करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए उन्होंने मौके पर मौजूद एक वाईब्रो रोलर, एक मिक्सर मशीन और एक ट्रैक्टर में आग लगा दी। घटना को अंजाम देने के बाद नक्सली जंगल की ओर भाग गए। एसपी शलभ सिन्हा के मुताबिक, एराबोर साप्ताहिक बाजार होने के कारण पुलिस ने निर्माण काम शुरू न करने की हिदायत दी थी।
इसके बावजूद 30 जून को ठेकेदार ने कुछ वाहनों को अधूरे सड़क निर्माण में लगा दिया था और रोलिंग करने के लिए वाहनों को भेज दिया गया। इससे पहले 30 जून को ही झारखंड के पतरातू-मैक्लुस्कीगंज मार्ग पर चल रहे सड़क निर्माण कार्य में बाधा डालने के मकसद से कोले और बूचाडीह गांव के बीच माओवादियों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर खड़े मिक्सर मशीन में आग लगा दी थी। इस दौरान नक्सलियों ने एक मजदूर के साथ मारपीट भी की। यहां से निकलने के बाद माओवादियों ने बचरा बस्ती के पास 26 नंबर कलवर्ट पर पहुंचकर झोपड़ी में सो रहे मजदूरों को जगाकर जान से मार देने की धमकी देकर उन्हें वहां से भगा दिया।
पढ़ें: पंचम दा ने बॉलीवुड में संगीत की परिभाषा ही बदल दी, बीयर की बोतल तक से निकालते थे धुन
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App