पाक मूल का था लंदन ब्रिज हमले का आरोपी, कश्मीर में फैलाना चाहता था आंतकवाद

London Bridge

कश्मीर में आतंकी केंद्र स्थापित करना चाहता था आतंकी उस्मान

आतंकी संगठन आईएस ने ली लंदन ब्रिज हमले की जिम्मेदारी

London Bridge हमले से पहले एक और घटना को अंजाम दे चुका था उस्मान

London Bridge

इंग्लैंड की राजधानी लंदन के एक ब्रिज (London Bridge) में चाकू से हमला करने वाला शख्स कश्मीर में एक आतंकवाद केंद्र स्थापित करना चाहता था ताकि ब्रिटिश आतंकवादियों की नई पीढ़ी वहां आतंकवाद फैला सके। लंदन ब्रिज में चाकू हमले को अंजाम देने वाला हमलावर बाद में पुलिस की गोली लगने से मारा गया। इससे पहले हमलावार ने दो लोगों की हत्या कर दी और कई अन्य को घायल कर दिया था।

हमलावर की पहचान पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिक उस्मान खान के तौर पर की गई है जो अरब प्रायद्वीप में अल कायदा की शाखा अनवर अल-अवलाकी के इंटरनेट पर फैलाए गए दुष्प्रचार से प्रभावित था। अमेरिकी खुफिया विभाग ने अवलाकी की पहचान अल कायदा के येमेनी शाखा के लिए बाहरी अभियानों के प्रमुख के तौर पर की है। वह इंटरनेट के जरिये इस्लामाबाद का प्रचार करता था। वह वर्ष 2011 में सीआईए ड्रोन हमले में मारा गया था।

आतंकवादी संगठन ने कहा कि उस्मान खान ने शुक्रवार को इंग्लैंड के लंदन ब्रिज (London Bridge) के ऊपर चाकू घोंपने की घटना को अंजाम दिया था जिसमें उसने दो लोगों को मारा और कई अन्य को घायल किया था। खान इंग्लिश शहर स्टोक के आतंकवादियों के एक समूह का हिस्सा था जिसने लंदन और वेल्श की राजधानी कार्डिफ में आतंकवादियों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए थे।

इतिहास में आज का दिन – 02 दिसंबर

खान और उसके स्टॉक ग्रुप ने कश्मीर में एक मस्जिद के पास सटी जगह में आतंकवादियों को प्रशिक्षित करने की एक भयावह साजिश रची थी। ब्रिटिश न्यायाधीश एलन विल्की ने कहा कि जब उन्होंने 2012 में खान को सजा सुनाई थी तो वह अपने आपको दूसरों के मुकाबले अधिक जिहादी मानता था।

लंदन की रिपोर्ट के मुताबिक आईएस ने अपने दावे को लेकर कोई साक्ष्य नहीं पेश किया है। अंतरराष्ट्रीय खूंखर आतंकवाद संगठन (आईएसआईएस) ने शनिवार को दावा किया कि लंदन ब्रिज आतंकी हमला उसे एक लड़ाके ने अंजाम दिया है। आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से तामाम और टेलीग्राम ऐप पर प्रकाशित एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी। हालांकि आंतकवादी संगठन की ओर से कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराये गये हैं। उसने दावा किया कि यह हमला उन देशों को निशाना बनाने के लिए किया गया था जो आतंकवादी संगठन से लड़ने वाले गठबंधन का हिस्सा हैं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें