उत्तराखंड हिमस्खलन में लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती शहीद, 3 महीने पहले ही हुई थी शादी

त्रिशूल चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई। इस दल में लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती (Lieutenant Commander Anant Kukreti) भी शामिल थे।

Lieutenant Commander Anant Kukreti

उत्तराखंड में हिमस्खलन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई। इस दल में लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती (Lieutenant Commander Anant Kukreti) भी शामिल थे।

उत्तराखंड में त्रिशूल चोटी आरोहण के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आने से कई लोगों की मौत हो गई। इस दल में लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती (Lieutenant Commander Anant Kukreti) भी शामिल थे। वह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले थे। तीन महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी।

उनकी मौत की खबर के बाद देहरादून के जोगीवाला, नत्थनपुर गंगोत्री विहार कॉलोनी स्थित घर पर मातम का माहौल है। 4 अक्टूबर सुबह तकरीबन दस बजे पार्थिव शरीर घर पर लाया गया। हरिद्वार में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती (Lieutenant Commander Anant Kukreti) के चचेरे भाई राजेन्द्र कुकरेती ने बताया कि उन्हें 2 अक्टूबर की रात इस बात की जानकारी मिली।

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शहीद अनंत के पिता जगदीश प्रसाद कुकरेती वन विभाग में रेंज ऑफिसर के पद से रिटायर्ड हैं। अनंत की पत्नी राधा और भाई अखिल मुंबई में रहते हैं। 3 अक्टूबर को पूरा परिवार मुंबई से देहरादून पहुंच गया।

जानकारी के मुताबिक, शहीद अनंत कुकरेती की शादी तीन माह पहले हुई थी। लॉकडाउन के चलते शादी समारोह में सीमित मेहमानों को ही बुलाया गया था। वह अपनी शादी के दौरान आखिरी बार घर आए थे।

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शहीद अनंत ने आरआईएमसी से पास आउट होकर एनडीए परीक्षा पास की और इंडियन नेवी में सेलेक्ट हुए थे। अनंत कुकरेती की पत्नी राधा मुंबई में एसबीआई में ऑफिसर हैं। इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद से वह गहरे सदमे में हैं।

बता दें कि त्रिशूल पर्वत पर पर्वतारोहण के लिए नौसेना के दल के कुछ सदस्य हिमस्लखन की चपेट में आ गए थे। 1 अक्टूबर को यह दुर्घटना हुई। लापता जवानों की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। भारतीय सेना की ओर से रेस्क्यू कर 2 अक्टूबर देर शाम चार जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे, जिन्हें 3 अक्टूबर को वायु सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया।

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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ में चिकित्सकों ने चारों का पोस्टमार्टम करने के बाद आर्मी के सुपुर्द कर दिया। लगातार खराब मौसम के बावजूद सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर चारों जवानों के शव बरामद किए, जबकि अभी एक जवान और शेरपा लापता है, जिनकी तलाश जारी है।

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