सांकेतिक तस्वीर
नक्सली सत्यनारायण साव (Satyanarayan Sao) 12 फरवरी 2017 को भेलवाघाटी के रमनी टांड़ में हुई अमानवीय घटना में शामिल था।
गिरीडीह: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच खबर मिली है कि गिरिडीह के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने नक्सली सत्यनारायण साव (Satyanarayan Sao) पर देशद्रोह का मामला चलाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति मांगी है और पत्र लिखा है।
नक्सली सत्यनारायण साव (Satyanarayan Sao) 12 फरवरी 2017 को भेलवाघाटी के रमनी टांड़ में हुई अमानवीय घटना में
शामिल था। दरअसल भेलवाघाटी के रामायण में 12 फरवरी 2017 को स्थानीय मुखिया के पुत्र सुभाष वर्णवाल के साथ श्यामसुंदर पंडित, रंजीत कुमार, शिव शंकर हाजरा और गौरी शंकर बरनवाल एक सरकारी योजना को लेकर बैठक करे थे।
इसी दौरान नक्सलियों के एक दस्ते ने हमला कर दिया। सुभाष ने जब इस हमले का विरोध किया तो नक्सलियों ने उसे गोलियों से भून दिया। इस घटना में सुभाष की मौके पर ही मौत हो गई।
बाकी के लोगों ने भागने की कोशिश की तो नक्सलियों ने उन पर भी फायरिंग की, जिसमें वे घायल हो गए। नक्सलियों के इस दस्ते का नेतृत्व कुख्यात नक्सली सिधु कोड़ा और सुरंग यादव कर रहा था।
इस घटना को अंजाम देने में नक्सली सत्यनारायण साव सबसे आगे था।
इसीलिए पुलिस ने इस नक्सली को नामजद आरोपी बनाया गया था। हालांकि पुलिस ने उसे पूर्व में ही गिरफ्तार कर आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया था, लेकिन इस प्रकार के मामले में सरकार की मंजूरी जरूरी होती है, इसीलिए उपायुक्त गिरीडीह ने राज्य सरकार से पत्र लिखकर अनुमति मांगी है।
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