झारखंड: NIA कोर्ट ने दी पूर्व नक्सली को विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत

झारखंड के सबसे कुख्यात नक्सलियों में शुमार रहे कुंदन पाहन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने तमाड़ से लड़ने की इजाजत दे दी है।

NIA

झारखंड के सबसे कुख्यात नक्सलियों में शुमार रहे कुंदन पाहन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कोर्ट ने तमाड़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी है।

झारखंड के सबसे कुख्यात नक्सलियों में शुमार रहे कुंदन पाहन को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कोर्ट ने तमाड़ से विधानसभा चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी है। रांची स्थित नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) कोर्ट के जज नवनीत कुमार ने कुंदन पाहन को चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी है। एनआईए (NIA) की विशेष अदालत ने कुंदन को चुनाव लड़ने की सशर्त इजाजत दी है।

NIA
कुंदन पाहन (फाइल फोटो)

रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड समेत 58 कांडों के आरोपित पूर्व नक्सली ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी कि उसे नामांकन दाखिल करने की अनुमति दी जाए। NIA कोर्ट के जज नवनीत कुमार ने उसकी याचिका को स्वीकार करते हुए चुनाव लड़ने की अनुमति दे दी। नामांकन के दिन जेल प्रबंधन पर प्रक्रिया पूरी कराने की जिम्मेदारी होगी। वहीं, कोर्ट ने कुंदन को सुनिश्चित करने को कहा कि नामांकन के दिन आम जनता को समस्या ना हो। वह तमाड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगा। कुंदन झारखंड में जनता दल (युनाइटेड) के विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या का आरोपी है और फिलहाल जेल में है।

कुंदन पाहन को पिछले महीने होटवार की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल से हजारीबाग ओपन जेल में स्थानांतरित किया गया था। रमेश सिंह मुंडा 2008 में झारखंड के बुंडू के एसएस हाई स्कूल में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे, तभी उनकी हत्या कर दी गई थी। रमेश सिंह मुंडा के बेटे विकास मुंडा ने तब अपने पिता की हत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। विकास मुंडा ने आरोपी कुंदन पाहन के खिलाफ मौत की सजा की भी मांग की। एक वक्त ऐसा था जब नक्सली कुंदन पाहन ने झारखंड में आतंक का राज कायम किया था।

वह पुलिस के लिए सिर दर्द बन चुका था। सरकार की ओर से उसपर 15 लाख का इनाम घोषित था। नक्सली कुंदन पाहन ने 14 मई, 2017 को रांची पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। कुंदन पाहन पर पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा की हत्या के अलावा डीएसपी, इंस्पेक्टर और कई पुलिसवालों की हत्या के भी केस चल रहे हैं। पुलिस को मोस्ट वान्टेड कुंदन की कई सालों से तलाश थी। लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में कुंदन का आत्मसमर्पण करना झारखंड पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि मानी गई।

पढ़ें: एक महिला समेत दो खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें