Jharkhand: कोरोना लॉकडाउन के दौरान हुई पहली मुठभेड़, जवानों ने एक नक्सली को मार गिराया

इस मुठभेड़ (Naxal Encounter) के दौरान सुरक्षाबलों ने एक नक्सली के मार गिराया। जबकि जंगल का फायदा उठाकर अन्य नक्सली भागने में सफल रहे।

Naxal Encounter

कोरोना (Corona Virus) के संक्रमण से फैली माहमारी को लेकर हुए संपूर्ण लॉक डाउन के बाद झारखंड में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ (Naxal Encounter) की पहली घटना हुई है। गुमला जिले के बिशुनपुर थाना क्षेत्र के कठठोकवा जंगल में 31 मार्च को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई।

Naxal Encounter
मुठभेड़ में मारा गया नक्सली।

इस मुठभेड़ (Naxal Encounter) के दौरान सुरक्षाबलों ने एक नक्सली के मार गिराया। जबकि जंगल का फायदा उठाकर अन्य नक्सली भागने में सफल रहे। अब तक मृत नक्सली (Naxalli) की पहचान नहीं हो पाई है। मुठभेड़ के बाद हुई सर्चिंग के दौरान बड़ी संख्या में नक्सली साहित्य, हथियार और रोजमर्रा का सामान बरामद किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, मारा गया नक्सली रविंद्र गंझु के दस्ते का सदस्य है। बताया जाता है कि गुमला पुलिस को सूचना मिली थी कि रविंद्र गंझु का एक दस्ता बिशुनपुर थाना क्षेत्र के घाघरा गांव के पास जंगलों में आया हुआ है। सूचना कंफर्म होने के बाद जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ की 158वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्चिंग शुरू की। लेकिन, पुलिस के आने की सूचना नक्सलियों (Naxals) तक पहुंच गई।

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सामने पुलिस को आते देख नक्सलियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी फायरिंग की। करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से गोलियां चलती रही। इस दौरान पुलिस ने ढाई सौ चक्र गोलियां चलाईं। इस दौरान एक नक्सली को मार गिराने में जवान सफल रहे। पुलिस को भारी पड़ता देख बाकी नक्सली भागने में सफल रहे।

मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद हुई सर्चिंग में पुलिस को एक नक्सली का शव बरामद हुआ। साथ ही बड़ी संख्या में नक्सली सामग्री बरामद की गई। पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ में शामिल नक्सलियों की संख्या करीब 20 के आसपास थी। सुरक्षाबल के जवान इलाके में नक्सलियों को खोजने के लिए सर्चिंग कर रहे हैं।

बता दें कि 15 लाख का इनामी नक्सली रविंद्र गंजू और उसका दस्ता इसी इलाके में सक्रिय है। यह भी सूचना मिल रही है कि यह इनामी नक्सली भी इसी इलाके में छिपा हुआ है। इस नक्सली (Naxalite) को पुलिस सालों से ढूंढ रही है। बता दें कि इस कुख्यात नक्सली गिरोह के कई नक्सलियों (Naxalites) ने अपना आत्मसमर्पण कर दिया है और वे मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। कुख्यात नक्सली रविंद्र गंजू अभी तक खूनी खेल खेल रहा है। हालांकि, उसका यह खेल अधिक दिनों तक नहीं चलने वाला है। जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।

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