जम्मू कश्मीर: घाटी में बाकी बचे आतंकियों का डेथवारंट जारी, सुरक्षाबलों के डर से सेब के बागान और मस्जिदों में छिप रहे हैं आतंकी

पुलिस के मुताबिक‚ मौजूदा वक्त में घाटी में करीब 170 आतंकी सक्रिय हैं‚ जो कि सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण मस्जिदों व सेब के बागों में छिपते फिर रहे हैं। अभी हाल में दक्षिण कश्मीर के पम्पोर तथा उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकी सुरक्षाबलों पर हमला करके मस्जिदों में जा छिपे थे

Terrorists

फाइल फोटो।

जम्मू–कश्मीर (Jammu Kashmir) में सुरक्षाबलों ने कुछ और आतंकियों (Militants) के डेथ वारंट तैयार कर लिए हैं। नई सूची में जैश–ए–मोहम्मद‚ लश्कर–ए–तय्यबा तथा हिजबुल मुजाहिदीन के करीब दर्जनभर दुर्दांत आतंकियों (Militants) के नाम दर्ज हैं। यह आतंकी दक्षिण कश्मीर के अलावा घाटी के अन्य हिस्सों में छिपे हैं। आतंकी एक अरसे से सेब के बागों तथा धार्मिक स्थलों को अपनी आड़ बनाए हुए हैं‚ लेकिन पुख्ता खुफिया तंत्र तथा सुरक्षाबलों में आपसी बेहतर तालमेल के कारण इन आतंकियों को लगातार मौत के घाट उतारा जा रहा है। पिछले छह माह में करीब 128 आतंकियों को मार गिराया गया‚ जिनमें 48 आतंकी अकेले जून में ढेर किए गए‚ जो एक नया रिकॉर्ड़ बना है।

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पुलिस के मुताबिक‚ मौजूदा वक्त में घाटी में करीब 170 आतंकी सक्रिय हैं‚ जो कि सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के कारण मस्जिदों व सेब के बागों में छिपते फिर रहे हैं। अभी हाल में दक्षिण कश्मीर के पम्पोर तथा उत्तरी कश्मीर के सोपोर में आतंकी सुरक्षाबलों पर हमला करके मस्जिदों में जा छिपे थे‚ लेकिन सुरक्षाबलों ने बेहद संवेदनशील तरीके से उन आतंकियों (Militants) को मस्जिदों से बाहर निकाल ढेर कर दिया।

सन् 1990 के दशक में जब घाटी में आतंकवाद शुरू हुआ था‚ तब भी दुर्दांत आतंकियों (Militants) ने 15 अक्टूबर 1993 में हजरतबल दरगाह‚ मार्च 1995 में चरार–ए–शरीफ दरगाह तथा मार्च 1996 में डल झील के पास बनी मस्जिद में पनाह ले रखी थी। इन धार्मिक स्थलों पर छिपे हुए आतंकियों (Militants) को पकड़ना अथवा मार गिराना बेहद चुनौतीपूर्ण वाला काम होता है। अब एक लंबे अरसे बाद आतंकियों (Militants) ने फिर से मस्जिदों को ढाल बनाना शुरू किया है। सूत्रों का कहना है कि जो नए 12 दुर्दांत आतंकियों (Militants) की हिट लिस्ट बनाई गई है‚ उनमें जैश–ए–मोहम्मद का आतंकी लंबू भाई तथा गाजी रशीद। लश्कर–ए–तय्यबा का उस्मान‚ सज्जाद‚ इशहार‚ नासिर उर्फ नसरुल्ला व यूसुफ तांत्रे। हिजबुल मुजाहिदीन के डॉ. सैफुल्ला‚ फारूक‚ अशरफ मौलवी तथा जहूर हैं।

पिछले छह माह के भीतर सुरक्षाबलों ने रियाज नाइकू‚ फौजी भाई‚ कारी नासिर‚ जुनैद सहरई‚ हैदर तथा बुरहान कोका जैसे अलग–अलग आतंकी तंजीमों के दुर्दांत आतंकियों (Militants) को ढेर कर दिया। आने वाले दिनों में जिस प्रकार सुरक्षाबल पूरे जज्बे के साथ आतंकियों (Militants) को ढूंढ़–ढूंढ़ कर उन्हें ठिकाने लगाने में लगे हैं। उम्मीद है कि नई सूची में दर्ज दुर्दांत आतंकियों को भी बहुत जल्द उनके साथियों के पास पहुंचा दिया जाएगा।

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