टीकाकरण की रूपरेखा तैयार: भारत सरकार ने राज्यों को दिये कई दिशा-निर्देश, पहले चरण में इन 30 करोड़ लोगों को लगेगी वैक्सीन

कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए वैक्सीन (Vaccine) के स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन की रियल–टाइम जानकारी मिलेगी। किसे वैक्सीन मिली है और किसे नहीं‚ उसका डेटा भी यहां उपलब्ध होगा।

Vaccine

Covid-19 Vaccine

भारत सरकार की तरफ से सोमवार को कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान को सफल बनाने‚ एहतियात बरतने संबंधी दिशा निर्देश जारी करने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में समीक्षा का दौर जारी रहा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसके बाद वैक्सीन (Vaccine) डिस्ट्रीब्यूशन और एडमिनिस्ट्रेशन को लेकर जारी एसओपी जारी की गई जिसमें केंद्र ने राज्यों को कई निर्देश दिए हैं।

किसान आंदोलन: देश को रोजाना 35 हजार करोड़ रुपये का हो रहा है नुकसान, पंजाब का साइकिल उद्योग भी बुरी तरह प्रभावित

वैक्सीन (Vaccine) के लिए लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। फिर उन्हें एक तारीख दी जाएगी। उस डेट पर उन्हें वैक्सीनेशन  सेंटर पहुंचना होगा। वैक्सीनेशन के लिए पोलिंग बूथों‚ कॉलेजों और कम्युनिटी हॉल्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा नगर निगम भवनों‚ पंचायत बिल्डिंग‚ कैंट हॉस्पिटल‚ रेलवे अस्पतालों‚ पैरामिलिट्री फोर्सेज के कैंपों को भी वैक्सीनेशन साइट की तरह इस्तेमाल करने की योजना है। केंद्र का सुझाव है कि इन केंद्रों पर कम से कम तीन अलग–अलग कमरे हों।

नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम के परियोजना निदेशक डॉ. सीएम खनेजू के अनुसार जहां वैक्सीन (Vaccine) दी जाएगी‚ वहां तीन कमरे होने चाहिए। पहला वेटिंग रूम होगा‚ दूसरा वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्जर्वेशन रूम। तीनों जगह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। वैक्सीन देने वाली टीम में एक वैक्सीन ऑफिसर और चार वैक्सीनेशन ऑफिसर्स होंगे। वैक्सीनेशन रूम में किसी महिला को वैक्सीन मिलते समय एक महिला स्टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी। वैक्सीनेशन की एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को वैक्सीन लगेगा। अगर लॉजिस्टिक्स की सुविधा अच्छी है तो इसे बढ़ाकर 200 भी किया जा सकता है।

केंद्र सरकार के अनुसार‚ कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान के पहले चरण में 30 करोड़ लोग शामिल होंगे। इनमें एक करोड़ हेल्थवर्कर्स‚ दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स‚ 50 साल से ज्यादा उम्र वाले 26 करोड़ लोग और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र वाले करीब 1 करोड़ लोग हैं। हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को अस्पताल या क्लिनिक जैसी जगहों पर टीका लगेगा। बाकी ग्रुप्स के लिए अलग से इंतजाम किए जा सकते हैं। कोविड-19 वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए वैक्सीन (Vaccine) के स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन की रियल–टाइम जानकारी मिलेगी। किसे वैक्सीन मिली है और किसे नहीं‚ उसका डेटा भी यहां उपलब्ध होगा। लोगों को रजिस्टर करना होगा। इसके लिए वेबसाइट लॉन्च की जाएगी। वहां पर वोटर आईडी‚ आधार‚ ड्राइविंग लाइसेंस‚ पासपोर्ट‚ पेंशन डॉक्युमेंट जैसे 12 फोटो आईडीज में से एक के सहारे रजिस्टर कर पाएंगे। फिर सेंटर पर फोटो आईडी मैच की जाएगी।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें