जम्मू कश्मीर: भारतीय सेना ने महिला सैनिकों को सौंपी अहम जिम्मेदारी, रोकेंगी ड्रग्स की तस्करी

भारतीय सेना (Indian Army) की महिला सैनिकों (Women Soldiers) को अब एक और अहम जिम्मेदारी दी गई है। अब घाटी में ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए तमाम इलाकों में असम राइफल्स (Assam Rifles) की महिला टुकड़ी की तैनाती की गई है।

Women Soldiers

भारतीय सेना (Indian Army) की महिला सैनिकों (Women Soldiers) को अब एक और अहम जिम्मेदारी दी गई है। अब जम्मू कश्मीर में ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए तमाम इलाकों में असम राइफल्स (Assam Rifles) की महिला टुकड़ी की तैनाती की गई है। सेना की इस महिला बटालियन को खास ट्रेनिंग दी गई है। इन्हें कुपवाड़ा समेत राज्य के अन्य जिलों में तैनात किया गया है।

इसके पीछे मकसद है कि स्थानीय महिलाओं और बच्चों के मन में विश्वास कायम किया जाए और उन्हें समझाकर-बुझाकर ड्रग्स के नेक्सस में जाने से रोका जाए। बता दें कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में क्रॉस बार्डर ड्रग पैडलिंग के नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ था। इसके बाद से सुरक्षा एजेंसियों ने इसे रोकने के लिए बड़ी तैयारी की है।

दरअसल, जम्मू-कश्मीर में बीते दिनों सुरक्षाबलों को इस बात के इनपुट मिले थे कि ड्रग्स की तस्करी से मिले पैसों का इस्तेमाल आतंकियों की फंडिंग में हो रहा है। इसके अलावा यह बात भी सामने आई थी कि ड्रग्स की तस्करी के लिए महिलाओं और बच्चों का इस्तेमाल किया जा रहा। इस के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सेना के साथ मिलकर सीमा और एलओसी से सटे इलाकों में महिला जवानों (Women Soldiers) को ड्रग्स की स्मगलिंग रोकने की जिम्मेदारी सौंपी है।

सूत्रों का कहना है कि महिलाओं के सुरक्षा ड्यूटी में तैनात होने पर अगर किसी महिला या बच्चे के ड्रग्स सप्लाई में शामिल होने की बात सामने आती है तो उनकी तलाशी एवं अन्य कानूनी प्रक्रिया में आसानी भी होती है। इसके अलावा, महिला सैनिक (Women Soldiers) गांव के लोगों से आसानी से घुल-मिल सकती हैं, जिससे लोगों को आसानी से इस नेटवर्क से दूर रहने के लिए समझाने मे काफी मदद मिल सकती है।

ये भी पढ़ें-

ऐसे में सेना ने पूरी प्लानिंग के साथ इन महिला सैनिकों (Women Soldiers) को ऐसे संवेदनशील इलाकों में तैनात किया है, जिससे यहां ड्रग्स की तस्करी पर लगाम लगाई जा सके, साथ ही महिलाओं और मासूम बच्चों को गलत राह पर जाने से रोका जा सके।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें