Airlift 2020: अब दुनिया देखेगी भारत की ताकत, विदेशों में फंसे लाखों लोगों को घर लाएगी सरकार

इंडियन एयर फोर्स के तीस हवाई जहाजों को तैयार रहने के लिए कहा गया है इनमें बोइंग सी–17 ग्लोबमास्टर‚ लॉकहीड‚ मार्टिन का पर्स सी–130‚ जे सुपर हर्कुलस आदि शामिल हैं। किसी भी तरीके का कोई भी इन्फेक्शन (Coronavirus) विदेश से भारत न आ पाए इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे ।

Coronavirus

‘वंदे भारत मिशन’ द्वारा इतिहास रचने को भारत तैयार है। जी हां, दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा एग्जिट मिशन जिसमें कि कोरोना महामारी (Coronavirus) के चलते दुनिया भर में फंसे देश के 1,92,000 लोगों की वतन वापसी का लक्ष्य है। इससे पहले प्रथम खाड़ी युद्ध में 1‚70‚000 लोगों को गल्फ कंट्री से बाहर निकालकर भारत ने इतिहास रचा था। लेकिन इस बार यह संख्या उससे कहीं ज्यादा है।

विदेश मंत्रालय ने कोरोना महामारी (Coronavirus) में विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी के प्लान को ‘वंदे भारत मिशन’ का नाम दिया है। मिशन को सफल बनाने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर लगातार मॉनिटर कर रहे हैं।

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इसी सिलसिले में आज दुनिया भर में स्थित भारतीय मिशन के हेड के साथ इसकी तैयारियों को लेकर लंबी चर्चा की और निर्देश दिए कि सभी भारतीयों को सुरक्षित तरीके से उनकी वापसी सुनिश्चित की जाए।

इसके साथ ही विदेश मंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी इस संबंध में बातचीत की है। वतन वापसी के बाद के उपायों को लेकर राज्य सरकारों के साथ विदेश मंत्रालय का समन्वय कैसे रहेगा किस तरीके से उनको क्वॉरेंटाइन किया जाएगा ।

इंडियन एयर फोर्स के तीस हवाई जहाजों को तैयार रहने के लिए कहा गया है इनमें बोइंग सी–17 ग्लोबमास्टर‚ लॉकहीड‚ मार्टिन का पर्स सी–130‚ जे सुपर हर्कुलस आदि शामिल हैं। किसी भी तरीके का कोई भी इन्फेक्शन (Coronavirus) विदेश से भारत न आ पाए इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे ।

‘वंदे भारत मिशन’ को सफल बनाने के लिए एयर इंडिया के साथ ही प्राइवेट एयर लाइंस‚ इंडियन एयर फोर्स तथा भारतीय नेवी की भी मदद ली जाएगी।

दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) के बीच विशेष उडानों से स्वदेश लौटने वालों की जांच और प्रबंधन करने के लिए बुधवार को दिशा–निर्देश जारी किए। आदेश में कहा गया है कि दिल्ली हवाई अड्डे आने वाले यात्रियों को पहुंचने की तारीख से 14 दिन पृथक–वास में रखा जाएगा जिसके लिए उन्हें स्वयं भुगतान करना होगा।

दिल्ली जिलाधिकारी एयरपोर्ट अधिकारियों से समन्वय करेंगे। विदेश से जितने लोगों का दल दिल्ली पहुंचेगा‚ यात्रियों की सूची विदेश विभाग एक दिन पूर्व ही दिल्ली सरकार के अधिकारी को देंगे। जिलाधिकारी होटल का इंतजाम करेंगे‚ इन होटलों में मेडिकल टीम दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्त की जाएगी जिनके पास पर्याप्त सुरक्षा किट भी होगी। जो दिल्ली के नागरिक नहीं होंगे लेकिन विमान से दिल्ली पहुंचेंगे उन यात्रियों के क्वारंटीन की सुविधा राज्य के रेजिडेंट कमिश्नर करेंगे जिसमें इन यात्रियों के रहने व भोजन का प्रबंध शामिल होगा।

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