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नक्सली (Naxalite) आयतू, एटेपाल मिलिशिया प्लाटून कमांडर था। डीआरजी (DRG) जवानों के साथ मुठभेड़ (Encounter) में वह मारा गया था। उसकी याद में नक्सली संगठन ने स्मारक (Naxal Monument) तैयार किया था।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में लगातार नक्सल विरोधी अभियान (Anti Naxal Operation) चलाया जा रहा है। इसके तहत डीआरजी (DRG) जवानों ने सर्चिंग के दौरान कुआकोंडा में एटेपल गांव में एक नक्सली स्मारक (Naxal Monument) ध्वस्त कर दिया है। यह स्मारक नक्सली आयतू का बताया जा रहा है।
बता दें कि आयतू एटेपाल मिलिशिया प्लाटून कमांडर था जो विभिन्न घटनाओं में शामिल था। वह डीआरजी जवानों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी याद में नक्सली संगठन ने स्मारक (Naxal Monument) तैयार किया था।
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गौरतलब है कि नक्सली अपने मारे गए साथियों की याद में गांव-गांव में स्मारक (Naxal Monument) बनाते हैं। इसके जरिए वे लोगों के बीच नक्सली विचारधारा का प्रचार करना चाहते हैं। पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को शहीदों का दर्जा देकर लोगों को बरगलाना चाहते हैं।
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हालांकि, अब लोग भी नक्सलियों की मंशा को अच्छी तरह समझ गए हैं। इसलिए अब ने नक्सलियों की जाल में नहीं फंस रहे। नक्सलियों की इन करतूतों के बारे में गांव वाले अब खुद ही पुलिस को सूचना देने लगे हैं। साथ ही पुलिस और सुरक्षाबल भी नक्सलियों की हर हरकत पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
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