कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका को मिली बड़ी कामयाबी, वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल सफल

वाशिंगटन रिसर्च इंस्टीट्यूटके डॉक्टर लिसा जैक्सन ने कहा, ‘यह एक आवश्यक कड़ी है जिसके साथ ट्रायल में आगे बढ़ने की जरूरत है, जो वास्तव में यह निर्धारित कर सकता है कि क्या ये वैक्सीन (Covid Vaccine) संक्रमण से बचाने में सक्षम है।

Covid Vaccine

First COVID Vaccine tested in US poised for final testing

दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन (Covid Vaccine) को लेकर ट्रायल जारी हैं और अब इनके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। इस कड़ी में मॉडर्ना इंक का भी नाम जुड़ गया है। अमेरिका में सबसे पहले टेस्ट किए गए कोविड-19 की इस वैक्सीन के पहले दो ट्रायल के परिणाम से वैज्ञानिक खुश हैं। अब इस वैक्सीन की फाइनल टेस्टिंग की जाएगी। रिपोर्ट से पता चला है कि इस वैक्सीन ने लोगों के इम्यून सिस्टम पर ठीक वैसा ही काम किया है जैसा कि वैज्ञानिकों को उम्मीद थी।

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अमेरिकी सरकार के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉसी ने कहा, ‘चाहे आप इसे कैसे भी लें, लेकिन यह अच्छी खबर है। ये प्रायोगिक वैक्सीन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और मॉडर्ना इंक द्वारा मिलकर बनाई जा रही है। इसकी सबसे जरूरी और फाइनल टेस्टिंग 27 जुलाई के आसपास की जाएगी।

मार्च में 45 लोगों पर किए गए इस वैक्सीन (Covid Vaccine) के पहले ट्रायल के परिणाम का सभी शोधकर्ताओं को बेसब्री से इंतजार था। मंगलवार को आए निष्कर्षों में से वैक्सीन से इम्यूनिटी बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है। रिसर्च टीम ने बताया कि इन वालंटियर्स में संक्रमण को रोकने वाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी विकसित हुई।

इस स्टडी का नेतृत्व करने वाले सीएटल में कैसर परमानेंट वाशिंगटन रिसर्च इंस्टीट्यूटके डॉक्टर लिसा जैक्सन ने कहा, ‘यह एक आवश्यक कड़ी है जिसके साथ ट्रायल में आगे बढ़ने की जरूरत है, जो वास्तव में यह निर्धारित कर सकता है कि क्या ये वैक्सीन (Covid Vaccine) संक्रमण से बचाने में सक्षम है।

ये वैक्सीन (Covid Vaccine) पूरी तरह से कब तक आ जाएगी इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है लेकिन सरकार को उम्मीद है कि साल के अंत तक इसके परिणाम आ जाएंगे। इस वैक्सीन को बहुत तेजी से विकसित करने की कोशिश की जा रही है। इस वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे। रिसर्च में इस वैक्सीन के कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं देखे गए। हालांकि स्टडी में शामिल आधे से अधिक प्रतिभागियों ने फ्लू जैसे लक्षण की शिकायत की जो कि सामान्यता सभी तरह के वैक्सीन लगने के बाद देखे जाते हैं। इनमें थकान लगना, सिरदर्द, ठंड लगना, बुखार और इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द होना आम बात है।

वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के डॉक्टर विलियम शेफनर ने वैक्सीन (Covid Vaccine) के शुरुआती परिणामों को ‘एक अच्छा पहला कदम’ और आशावादी बताते हुए कहा कि अंतिम ट्रायल ये पता चल जाएगा है कि क्या यह अगले साल तक उपलब्ध कराने के लिए वास्तव में सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं। इसके अलावा 2 अन्य एक्सपेरीमेंटल देवताओं ने भी वैक्सीन की उम्मीद जगाई है।

जर्मन बायोटेक फर्म ‘बायोएनटेक’ और अमेरिकी फार्मास्यूटिकल कंपनी ‘फाइजर की कोरोना वायरस (Coronavirus) की दो एक्सपेरीमेंटल दवाओं को अमेरिका के फूड एंड ड्रग रेगुलेटर ने ‘फास्ट ट्रैक का स्टेटस दे दिया है। BNT162b1 और BNT162b2 नाम की इन दोनों दवाओं को कंपनी द्वारा बनाई गई चार दवाओं में सबसे एडवांस बताया जा रहा है।

फाइजर ने बताया कि फास्ट ट्रैक को जर्मनी और अमेरिका में चल रहे शोध और ‘एनिमल इम्यूनोजेनिसिटी स्टडी’ के प्रारंभिक डेटा के आधार पर स्वीकृति दी गई है। कंपनियों ने अमेरिका में BNT162b1 के लिए चल रहे शुरूआती चरण का डेटा 1 जुलाई को जारी किया था।

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