सांकेतिक तस्वीर
दिसंबर 16 में नक्सलियों (Naxalites) के डिवीजन कमांडेंट को मारने वाले एसआई लीलाधर राठौर को आउट आफ टर्न प्रमोशन दिया है। इस दौरान वह डीआरजी ऑपरेशन टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
बाराद्वार: छत्तीसगढ़ में बीते कुछ समय से नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। ऐसे में जिन लोगों ने नक्सली संगठनों की कमर तोड़ने में मख्य भूमिका निभाई है, उन्हें सम्मानित किया जा रहा है।
ताजा मामला ये है कि दिसंबर 16 में नक्सलियों (Naxalites) के डिवीजन कमांडेंट को मारने वाले एसआई लीलाधर राठौर को आउट आफ टर्न प्रमोशन दिया है। इस दौरान वह डीआरजी ऑपरेशन टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
नक्सलियों के डिवीजन कमांडेंट पर उस समय 8 लाख रुपए का इनाम था। अब एसआई लीलाधर राठौर को निरीक्षक पद पर प्रमोशन मिला है।
इसके अलावा लीलाधर राठौर और उनकी टीम ने जुलाई 2018 में जन मलेशिया कमांडर को मार गिराया था। इसलिए लीलाधर का चयन वीरता पुरस्कार के लिए किया गया है।
उन्हें ये पुरस्कार 15 अगस्त 2021 को दिया जाएगा। लीलाधर की भर्ती 2013 में बतौर एसआई हुई थी। उनकी पहली पोस्टिंग नक्सल प्रभावित बीजापुर में हुई थी। उन्होंने नक्सली इलाकों में रहते हुए अच्छा काम किया। उन्होंने कई नक्सली ऑपरेशनों को अंजाम दिया और नक्सलियों को मार गिराया।
बता दें कि इस बार छत्तीसगढ़ से वीरता पुरस्कार के लिए कुल 8 लोगों का चयन हुआ है। लीलाधर राठौर के अलावा एसआई संतोष हेमला, टीआई अजय सोनकर, हेडकांस्टेबल टीपी दीलिप, कंपनी कमांडर ओमप्रकाश सेन, एएसआई रामकुमार सोरी, इंस्पेक्टर रामायण उसेंडी को भी वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App