छत्तीसगढ़: नाच-गा कर करता था नक्सली विचारधारा का प्रचार, दंतेवाड़ा से सीएनएम सदस्य गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की डीआरजी और किरंदुल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया।

Naxali

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की डीआरजी और किरंदुल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया।

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा की डीआरजी और किरंदुल थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर एक नक्सली (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया। मिली जानकारी के अनुसार, मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने किरंदुल क्षेत्र के समलवार मड़कामीरास गांव के जंगलों से सीएनएम सदस्य को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सली का नाम भूमा कड़ती है।

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दंतेवाड़ा से गिरफ्तार नक्सली।

गिरफ्तार नक्सली समलवार और आस-पास के गांवों में नक्सली विचारधारा को फैलाने का काम करता था। वह नृत्य और गानों के माध्यम से नक्सलवाद का प्रचार-प्रसार करता था और इसके माध्यम से नक्सली संगठन को मजबूत करने के लिए काम करता था। खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने इस नक्सली को गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि छत्तीसगढ़ की दंतेवाड़ा पुलिस नक्सलवाद के खात्मे के लिए हर स्तर पर काम कर रही है। हाल ही में दंतेवाड़ा पुलिस ने एक नए मुहिम की शुरूआत की है। इस मुहिम का मकसद नक्सलियों और भटके हुए लोगों को मुख्यधारा से जोड़ना है। इस मुहिम को पुलिस ने गोंडी में ‘नन लोन वायम तन’ नाम दिया है, जिसका मतलब है- ‘घर वापस आ रहा हूं’।

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दंतेवाड़ा के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इस अनोखे पहल की शुरूआत कटेकल्याण ब्लॉक के पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली के घर पहुंचकर की है। एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के मुताबिक, इस पहल का उद्देश्य भटके हुए लोगों को मुख्यधारा में जोड़ने के साथ ही इलाके का विकास करना है।

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p style=”text-align: justify;”>इसके तहत पुलिस ऐसे नक्सली (Naxali) लीडरों के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात कर रही है। इसके अलावा परिजनों की जरूरतों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। नक्सलवाद (Naxalism) के खात्मे के लिए चलाई जा रही ‘नन लोन वायम तन’ मुहिम के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली (Naxali) को इनाम की राशि तो मिलेगी ही, साथ ही सरकार के सभी योजनाओं का लाभ परिजनों को दिया जाएगा। उस गांव में विकास कार्य होंगे। समर्पण करने वाले नक्सली के बच्चे, भाई-बहनों को पढ़ाई, शिक्षा, स्वास्थ्य में पूरा सहयोग सरकार और प्रशासन की ओर से किया जाएगा।

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