1971 के युद्ध में IAF ने की थी एयर स्ट्राइक, पाकिस्तान को हुआ था भारी नुकसान!

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) शानदार प्रदर्शन किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराकर ही हमारे सैनिकों ने राहत की सांस ली थी।

Indian Air Force

फाइल फोटो

War of 1971: सुबह चार बजे एयरफोर्स (Indian Air Force) के फाइटर जेट्स ने उड़ान भरी थी और कुछ ही देर में पाकिस्तानी सैनिकों पर कई बम गिराए गए थे। वाल्टन एयरफील्ड पर एक पाकिस्तानी रडार को भी तहत-नहस कर दिया गया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) शानदार प्रदर्शन किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराकर ही हमारे सैनिकों ने राहत की सांस ली थी। पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। इस युद्ध के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब पठानकोट एयरबेस से इंडियन एयर फोर्स (Indian Air Force) ने दुश्‍मन पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) भी की थी।

पठानकोट एयरबेस दुश्‍मन के लिए काल बना और यहां से दुश्‍मन पर हुए हवाई हमलों ने उन्हें बुरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया था। वेस्‍टर्न एयर कमांड का जम्‍मू कश्‍मीर (Jammu Kashmir) स्थित पठानकोट एयरबेस से पाकिस्तान को ऐसी मार पड़ी थी जिसे यादकर वह आज भी कांप उठता होगा। 5 दिसंबर, 1971 को इस एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था।

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सुबह चार बजे फाइटर जेट्स ने उड़ान भरी थी और कुछ ही देर में भर-भरकर पाकिस्तानी सैनिकों पर बम गिराए गए थे। वाल्टन एयरफील्ड पर एक पाकिस्तानी रडार को भी तहत-नहस कर दिया गया था। पायलटों ने लाहौर सेक्टर तक पाकिस्तानी आर्मी के जवानों को परेशान होने पर मजबूर कर दिया था।

इसके अगले ही दिन यानी 6 दिसंबर को एयर फोर्स (Indian Air Force) ने और तेजी से हमले किए थे। सैनिकों ने रिसालवाला, जफरवाल, ननकोट और पांच अन्य जगहों पर एयर स्ट्राइक (Air Strike) कर दुश्मनों को भारी नुकसान पहुंचाया था।

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इसके बाद 14 दिसंबर को शकरगढ़ में दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष हुआ था। हालांकि, इसी दौरान फ्लाइट लेफ्टिनेंट परेरा शहीद हो गए थे। परेरा को अग्रवर्ती क्षेत्र में सैन्य ब्रिगेड के साथ फॉरवर्ड वायु नियंत्रक ड्यूटी पर लगाया गया था। इन्हें दुश्मन की गोली लग गई और वे वीरगति को प्राप्त हो गए। 

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