कंधे पर 10 किलो का बम लेकर दौड़ गया था यह जांबाज सिपाही, बचाई 400 बच्चों की जान

कॉन्स्टेबल अभिषेक पटेल (Head Constable Abhishek Patel) ने फर्ज के आगे अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया। परिसर में मौजूद लगभग 400 लोगों की जान बचाने के लिए इस हीरो ने अपनी जान  जोखिम में डालने का फैसला किया।

Abhishek Patel

Abhishek Patel

कॉन्स्टेबल अभिषेक पटेल (Head Constable Abhishek Patel) ने फर्ज के आगे अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया। परिसर में मौजूद लगभग 400 लोगों की जान बचाने के लिए इस हीरो ने अपनी जान जोखिम में डालने का फैसला किया।

कुछ लोग औरों के लिए जीने का जज्बा दिल में लिए घूमते हैं। दूसरों के लिए अपनी जान भी देनी पड़े तो झिझकते नहीं हैं। अपने कर्तव्य के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। ऐसे ही हैं मध्यप्रदेश के चितोरा गांव के हेड कांस्टेबल अभिषेक पटेल (Head Constable Abhishek Patel)। इतने हिम्मतवाले कि कंधे पर बम लेकर दौड़ गए। कंधे पर  10 किलो का बम लेकर 1 किमी तक दौड़ते हुए जाना, यह काम कोई दिलेर ही कर सकता है।

बात 25 अगस्त, 2017 की है। सागर जिले के चितोरा गांव पुलिस स्टेशन में एक फोन कॉल आया। फोन करने वाले ने गांव के स्कूल परिसर में विस्फोटक होने की सूचना दी। टिप-ऑफ के आधार पर, पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। वहां सैकड़ों छात्र मौजूद थे। विस्फोटक की जानकारी सुरखी पुलिस स्टेशन के फास्ट रेस्पांस वेहिकल (FRV) को दी गई ताकि बम को जल्द से जल्द वहां से दूर ले जाया जा सके।

पढ़ें: हिंसा से इतर भी है बस्तर की पहचान, सात समंदर पार तक फैली इसकी गमक और चमक

लेकिन उस समय वह वाहन स्कूल से लगभग 5 किलोमीटर दूर था। विस्फोटक को कैंपस से दूर ले जाना ही एक मात्र रास्ता बचा था। उस समय इस बहादुर सिपाही ने वाहन का इंतजार नहीं करने का फैसला किया और विस्फोटक को अपने कंधों पर उठाकर दौड़ने लगे ताकि उसे आगे किसी नाले में फेंक सकें।

उनके मन में बस एक ही बात चल रही थी कि वे इस बम को जितनी जल्दी, जितना दूर हो सके ले जा सकें। अभिषेक (Head Constable Abhishek Patel) ने बताया था, “मुझे पता चला था कि अगर बम को नष्ट नहीं किया जाता है तो वह 500 मीटर के दायरे को पूरी तरह से तबाह कर सकता है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुझे बम को वहां से दूर ले जाना पड़ा।” बम फट न जाए और 400 बच्चों की जिंदगी खतरे में न पड़े इसलिए अभिषेक 10 किलो का बम लेकर 1 किलोमीटर तक दौड़े।

ये भी देखें-

अगर उस दौरान बम फट जाता तो अभिषेक के चिथड़े उड़ जाते, लेकिन कॉन्स्टेबल अभिषेक पटेल (Head Constable Abhishek Patel) ने फर्ज के आगे अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया। परिसर में मौजूद लगभग 400 लोगों की जान बचाने के लिए इस हीरो ने अपनी जान  जोखिम में डालने का फैसला किया। उनके इस साहसिक कारनामे के लिए राज्य सरकार ने उन्हें ईनाम भी दिया।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें