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कांस्टेबल को दाहिनी जांघ में गोली लगी थी और अस्पताल में उसकी सर्जरी की गई। पुलिस ने कहा कि नक्सलियों (Naxalites) की तलाश में भामरागढ़ जंगल में सर्च ऑपरेशन जारी है। 

2013 की तुलना में 2020 में हिंसक घटनाओं में कुल 41 फीसदी की कमी आई और यह संख्या 1,136 से घटकर 665 रह गई जबकि एलडब्ल्यूई से संबंधित मौतों में 54 फीसदी की कमी आई है।

वालाडी ने 18 फरवरी, 2020 को सरेंडर कर दिया था, जबकि दुल्हन ने चार साल पहले 5 जनवरी, 2016 को अपने हथियार डाल दिए थे। इसके बाद, उन दोनों की मुलाकात भवानीपटना के एक अस्पताल में हुई।

नक्सली वाड्डे कंपनी नंबर दस में क्षेत्रीय समिति के सदस्य के रूप में काम कर रहा था और वह 2020 में कोटी गांव में पुलिसकर्मी दुष्यंत पंढारी नंदेश्वर की नृशंस हत्या में शामिल था।

नर्मदा एक्का (Naxali Narmada Ekka) को 11 जून, 2019 को पति किरण उर्फ ​​सुधाकर के साथ गढ़चिरौली नक्सल हमले में उनकी कथित भूमिका के लिए पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

अधिकारियों ने बताया कि ऐसी आशंका है कि इनकी हत्या बुधवार की देर रात या गुरुवार को तड़के गोली मारकर की गयी है। उन्होंने कहा कि विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है।

मारे गये आतंकी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। हालांकि अभी भी 2-3 तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। तुर्कवांगम में सुरक्षाबलों का ये अभियान जारी है, जल्द ही बड़ी कामयाबी हाथ लग सकती है। 

दोनों नक्सली 2019 में प्रतिबंधित नक्सल संगठन में शामिल हुए थे और वे चेरला में गुरिल्ला दस्ते के लिए काम कर रहे थे। सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों (Naxalites) की उम्र 21 साल है और इनके पास घातक हथियार थे।

नक्सल सहयोगियों (Naxal Associates) के पास से 10 बंडल कॉर्डेक्स तार व अन्य सामान बरामद की गई है। कॉर्डेक्स तार से ही बैरल ग्रेनेड, लांचर, हैंड ग्रेनेड और आईईडी सहित अन्य विस्फोटक सामान बनाया जाता है।

मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्हें पहले भी ऐसी धमकियां मिलती रही हैं। लेकिन गढ़चिरौली का संरक्षक मंत्री होने के नाते जिले की देखभाल करना मेरा कर्तव्य है। हमारा उद्देश्य जिले का सर्वांगीण विकास करना व इसे मुख्यधारा में लाना है।

दोनों पर 2021 में तर्रेम एनकाउंटर समेत दक्षिण बस्तर की 12 बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने बाकायदा 5-5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।  

नक्सली मगरू कुछ महीने पहले गढ़चिरौली जिले के बर्गी में सशस्त्र पुलिस चौकी पर हमले और उप-सरपंच रामा तलंदी की हत्या में भी शामिल था।

महाराष्ट्र में नक्सलियों (Naxalites) के मूवमेंट पर पुलिस की पैनी नजर है। इस बीच एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है।

25 जून को  छपरा जिले के परसा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी रामानंद राय को दो नकाबपोश अपराधियों ने डेरनी थाना क्षेत्र के खजौली में संचालित उनके ईंट भट्ठा पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी थी।

कॉन्स्टेबल अभिषेक पटेल (Head Constable Abhishek Patel) ने फर्ज के आगे अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दिया। परिसर में मौजूद लगभग 400 लोगों की जान बचाने के लिए इस हीरो ने अपनी जान  जोखिम में डालने का फैसला किया।

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की बालाघाट पुलिस (Police) द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन राज्यों के इनामी नक्सली (Naxalite) श्यामलाल उर्फ मोतीराम सनकुजांग धुर्वे ने पूछताछ में अनेक राज उगले हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित इलाकों (Naxal Area) में रहने वाले ग्रामीणों का पुलिस से संबंध बताकर नक्सली (Naxalites) उनकी बेवजह हत्या कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों के दौरान मारे गए चार लोगों में किसी का पुलिस से संबंध नहीं है।

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