सांकेतिक तस्वीर।
प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती वैक्सीन को जिलों के अंदर केंद्रों में ले जाने की है, क्योंकि कई इलाके ऐसे हैं जो नक्सल (Naxalites) प्रभावित हैं। ऐसे में पुलिस के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है।
जगदलपुर: कोरोना वायरस के प्रकोप से नक्सली (Naxalites) भी अछूते नहीं रहे हैं। कई नक्सलियों की कोरोना की वजह से हालत खराब हुई है। ऐसे में अब नक्सलियों की नजर कोरोना वायरस की वैक्सीन कोविशील्ड पर है। खबर मिली है कि नक्सली बस्तर में वैक्सीन लूट सकते हैं। ऐसे में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट हो गया है।
प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती वैक्सीन को जिलों के अंदर केंद्रों में ले जाने की है, क्योंकि कई इलाके ऐसे हैं जो नक्सल (Naxalites) प्रभावित हैं। ऐसे में पुलिस के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है।
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उन्हें भी इस बात का डर है कि नक्सली वैक्सीन लूट सकते हैं। इस मामले में बस्तर के आईजी सुंदरराज पी का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा है कि बस्तर के कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं, लेकिन यहां वैक्सीन पहुंचाना भी जरूरी है। ऐसे में बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले में विशेष ध्यान रखना होगा। इन इलाकों में नक्सलवाद का प्रभाव ज्यादा है।
कोरोना वैक्सीन को लगवाए जाने से पहले कई औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती हैं, जिसमें वैक्सीन लगवाने वाले शख्स के बारे में पूरी जानकारी देनी होती है। ऐसे में नक्सलियों को यह बात अच्छी तरह समझ आ गई हैकि वहसीधे तरीके से वैक्सीन तक नहीं पहुंच सकते। इसीलिए वह वैक्सीन को लूटने की योजना बना रहे हैं।
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