छत्तीसगढ़: 13 साल पहले नक्सलियों ने बौखलाहट में तोड़ दी थी स्कूल की बिल्डिंग, आज भी पड़ा है मलबा, ये है वजह

25 जनवरी 2008, यही वो तारीख है जब नक्सलियों (Naxalites) ने ग्राम पंचायत संगम में स्कूल भवन (School Building) को ध्वस्त (Demolished) कर दिया था।

Naxalites

नक्सलियों (Naxalites) ने बौखलाहट के चलते स्कूल भवन को तोड़कर पूरी तरह से नष्ट कर दिया जिससे सुरक्षाबलों को रुकने के लिए जगह ना मिल सके।

बड़गांव: छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान (Anti Naxal Opration) जारी है। पहले भी नक्सलियों (Naxalites) के आतंक को जड़ से खत्म करने के लिए समय-समय पर कई ऑपरेशन चलाए गए हैं। कई बार नक्सलियों के स्मारक को ध्वस्त कर नक्सलियों से जुड़ी मूर्तियों को तोड़ा गया है।

फिर भी नक्सली कई बार ऐसी वारदातों को अंजाम देते हैं, जिससे इलाके में आज भी दहशत बरकरार है। सालों पहले भी नक्सलियों ने कुछ ऐसा ही किया था। छत्तीसगढ़ के बड़गांव जिला मुख्यालय से करीब 140 किलोमीटर दूर पर स्थित संगम गांव में नक्सलियों (Naxalites) ने साल 2008 में एक स्कूल भवन (School Building) को तोड़कर पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।

बता दें कि ऐसा नक्सलियों ने इसलिए किया था, क्योंकि सुरक्षाबल के जवान इलाके में जब सर्चिंग पर आते थे तो वह उस समय उसी स्कूल भवन (School Building) में कुछ देर के लिए आराम करते थे।

नक्सलियों ने बौखलाहट के चलते स्कूल भवन (School Building) को तोड़कर पूरी तरह से नष्ट (Demolished) कर दिया जिससे सुरक्षाबलों को रुकने के लिए जगह ना मिल सके।

आज इस इलाके में जगह-जगह पर बीएसएफ (BSF) के कैंप खुल चुके हैं और हर वक्त सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्तैद रहते हैं, बावजूद इसके ग्रामीण नक्सलियों द्वारा ढहाए गए स्कूल भवन (Demolished School Building) वाली करतूत को जब भी याद करते हैं तो गांव में दहशत का माहौल बन जाता है।

आपको बता दें कि नक्सलियों द्वारा ढहाए गए स्कूल भवन (School Building) के बगल में प्राथमिक, माध्यमिक स्कूल भी है। जहां छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई करने के लिए आते हैं और जब वो स्कूल के बगल में स्कूल भवन (School Building) को ऐसा देखते हैं तो उनके मन में भी ये सवाल आता है कि यह भवन आखिर कैसे ढहा।

Jharkhand: गिरिडीह में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी, 10-10 किलो के 4 केन बम बरामद

इसके जवाब के साथ उन मासूम बच्चों को भी नक्सलियों (Naxalites) की करतूतों से वाकिफ होना पड़ता है। जिसके बाद बच्चे भी काफी डर जाते हैं।

25 जनवरी 2008 यही वो तारीख है जब नक्सलियों ने ग्राम पंचायत संगम में स्कूल भवन को ध्वस्त (Demolished) कर दिया था। और इस घटना के 13 वर्ष बाद भी यह स्कूल भवन वैसा का वैसा ही पड़ा हुआ है।

बता दें कि इस टूटे हुए भवन के पास ही नई स्कूल बिल्डिंग बनवा दी गई है। लेकिन इस बिल्डिंग के आसपास स्कूली छात्र खेल कूद किया करते हैं और बच्चे इस बिल्डिंग में भी आते जाते रहते हैं, ऐसे में इस जर्जर पड़ी बिल्डिंग के गिरने का डर भी हमेशा लगा रहता है। इस वजह से परिजनों को अपने बच्चों की चिंता सताती रहती है। और इसीलिए बच्चों के परिजन इस बिल्डिंग को हटाने की मांग कर रहे हैं।

गौरतलब है कि ग्राम पंचायत संगम में 13 वर्ष पहले जिस बिल्डिंग को नक्सलियों (Naxalites) ने तोड़ दिया था, उस बिल्डिंग का मलबा आज भी जैसे का तैसा पड़ा हुआ है। ये बिल्डिंग आधी गिर चुकी है, लेकिन इसका कुछ हिस्सा गिरने को है यानि यह हिस्सा कभी भी गिर सकता है। लेकिन 13 साल बाद भी खंडहर हो चुकी इस बिल्डिंग को हटाया नहीं गया है।

 

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें