
East Asia Summit
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) में भारत ने चीन (China) को एक बार फिर आईना दिखाया है। 15वें सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने बिना नाम लिए चीन को लताड़ लगाई है। एस जयशंकर ने दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए इस इलाके में हो रही घटनाओं पर चिंता जताई। जयशंकर ने कहा‚ दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में हो रही घटनाएं विश्वास खत्म कर रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की अनुपालना और क्षेत्रीय अखंडता व संप्रभुता का सम्मान होना चाहिए।
झारखंड: ग्रामीणों को नक्सलवाद के रास्ते पर जाने से रोकने के लिए CRPF ने शुरू की ये पहल
इस शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) की अध्यक्षता वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक ने आसियान के अध्यक्ष के रूप में की। इस सम्मेलन में सभी ईएएस सदस्य देशों ने वर्चुअली भाग लिया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने अपने बयान में कहा कि कोरोना काल के दौरान आतंकवाद‚ जलवायु परिवर्तन और महामारी जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुटता और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता है।
EAM @DrSJaishankar represented India at the 15th East Asia Summit.
Press release at : https://t.co/GZFhfoIpad pic.twitter.com/sL1RVwf3hX
— Anurag Srivastava (@MEAIndia) November 14, 2020
हिंद–प्रशांत इलाके के लिए कई देशों की ओर से हाल ही में घोषित नीतियों का हवाला देते हुए विदेश मंत्री (S Jaishankar) ने कहा‚ यदि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को लेकर प्रतिबद्धता हो तो कई दृष्टिकोण का समायोजन रखना चुनौतीपूर्ण नहीं होगा। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (East Asia Summit) के इस समूह में आसियान के दस देश शामिल हैं। इसके अलावा भारत‚ चीन‚ जापान‚ दक्षिण कोरिया‚ ऑस्ट्रेलिया‚ न्यूजीलैंड‚ अमेरिका और रूस भी इसके सदस्य देश हैं।
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App