अरुणाचल प्रदेश में शहीद हुआ पंजाब का जवान, 12 साल के बेटे ने दी चिता को आग, रो पड़ा पूरा गांव

अरुणाचल प्रदेश के गांव मनीगौंग के नजदीक सियोम नदी में गिरने से उनकी मौत हो गई थी। उनका पार्थिव शरीर रविवार देर रात उनके गांव पहुंचा था।

Amritpal Singh

Amritpal Singh

मिली जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान 8 अप्रैल को नदी में गिरे थे, इस घटना के एक महीने बाद 7 मई को उन्हें मृत पाया गया।

संगरूर: पंजाब के संगरूर के गांव खेड़ी के रहने वाले जवान अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वह भारतीय सेना की 31 फील्ड यूनिट रेजीमेंट के हवलदार थे।

अरुणाचल प्रदेश के गांव मनीगौंग के नजदीक सियोम नदी में गिरने से उनकी मौत हो गई थी। उनका पार्थिव शरीर रविवार देर रात उनके गांव पहुंचा था।

मिली जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) अरुणाचल प्रदेश में ड्यूटी के दौरान 8 अप्रैल को नदी में गिरे थे, इस घटना के एक महीने बाद 7 मई को उन्हें मृत पाया गया।

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शहीद के 12 साल के बेटे गुरुसेवक सिंह ने उन्हें जब मुखाग्नि दी तो पूरे गांव के लोग भावुक हो गए। इस दौरान सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

शहीद के भाई हरविंदर सिंह ने बताया कि अमृतपाल सिंह साल 2001 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उ उनका बेटा 12 साल का है और सातवीं क्लास में पढ़ता है। अमृतपाल के जाने से पूरा परिवार बिखर गया।

अमृतपाल सिंह की शहादत पर पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुआवजे का ऐलान किया है। अमृतपाल सिंह के परिजनों को 50 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया गया है।

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