Madhya Pradesh: बालाघाट में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ी, वन चौकियों को बना रहे निशाना

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में नक्सली (Naxals) अब वन चौकियों को भी निशाना बना रहे हैं। वे कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) के कोर जोन और बफर जोन में घने जंगल का फायदा उठाकर आतंक फैला रहे हैं।

Kanha National Park

फाइल फोटो।

नक्सली (Naxals) कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) के कोर जोन और बफर जोन में घने जंगल का फायदा उठाकर आतंक फैला रहे हैं।

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में नक्सली (Naxals) अब वन चौकियों को भी निशाना बना रहे हैं। वे कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) के कोर जोन और बफर जोन में घने जंगल का फायदा उठाकर आतंक फैला रहे हैं। नक्सली इन चौकियों में लूट-पाट मचा रहे हैं। वे यहां से राशन सहित अन्य जरूरत के सामान लूट रहे हैं। इसकी पुष्टि कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर ने की है।

जानकारी के अनुसार, नक्सली (Naxalites) छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र से सुपखार के रास्ते कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) के जंगल में लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। वे सुपखार के रास्ते मंडला और डिंडौरी तक अपनी पैठ बढ़ा रहे हैं।

ओडिशा: नक्सलियों के फरमान की वजह से आधी रात में गांव छोड़ने को मजबूर हुआ परिवार, जानें मामला

नक्सलियों की इस बढ़ती तादाद संख्या से कान्हा नेशनल पार्क प्रबंधन भी परेशान दिखाई दे रहा है। वहीं, कान्हा नेशनल पार्क में पर्यटकों के साथ ही वन्यप्राणियों के लिए भी खतरा बढ़ गया है।

कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) के कोर व बफर एरिया में वन प्राणियों की सुरक्षा के लिए बनाई गई वन चौकियों में नाकेदार व सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। नक्सली इन चौकियों में तैनात नाकेदार और सुरक्षाकर्मियों को डरा धमकाकर राशन लूट ले जा रहे हैं। इतना ही नहीं, वे सूचना देने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।

छत्तीसगढ़: बिजली ठेकेदार को नक्सलियों ने दी धमकी, कहा- 350 करोड़ का घोटाला किया, अब 10 करोड़ जमा करो

कान्हा नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह के अनुसार, कुछ दिन (Naxals) पहले ही पुलिस मुख्यालय भोपाल को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी गई है कि नक्सलियों की आमद कान्हा नेशनल पार्क व उसके आसपास के जंगल में दिखाई दे रही है। नक्सलियों द्वारा वन चौकियों के नाकेदारों और सुरक्षाकर्मियों से राशन सामग्री लूट ले जाने जैसी हरकतें भी की गई हैं। अब इन चौकियों के कर्मचारियों को दो से तीन दिन का राशन ही दिया जा रहा है। ताकि यदि राशन की नक्सलियों द्वारा लूट भी की जाए तो अधिक मात्रा में लूट न हो सकें।

ये भी देखें-

बता दें कि सितंबर में पुलिस ने कान्हा राष्ट्रीय पार्क (Kanha National Park) से लगे हुए समनापुर बाघाटोला में नक्सली बादल को जिंदा गिरफ्तार किया गया था। वहीं, नवंबर में बैहर थाना अंतर्गत कान्हा नेशनल पार्क से लगे मालखेड़ी में मुठभेड़ (Encounter) के दौरान एक महिला नक्सली (Woman Naxali) शारदा को मार गिराया गया था। सुरक्षाबल नक्सलियों की नकेल कसने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। यही वजह है कि नक्सली बौखलाए हुए हैं और बौखलाहट में ऐसी कायराना हरकतें कर रहे हैं।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें