सांकेतिक तस्वीर
नक्सलियों (Naxalites) की धमकी की वजह से कोई भी स्टेडियम को बनाने के लिए आवाज नहीं उठा पा रहा है। टीचर्स का कहना है कि हमें अपनी जान प्यारी है, अगर हम कुछ बोलेंगे तो नक्सली हमें नहीं छोड़ेंगे।
गुमला: झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। फिर भी नक्सली (Naxalites) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला गुमला का है।
नक्सलियों ने शहीद नायमन कुजूर के नाम से बनने वाले स्टेडियम के निर्माण पर रोक लगा दी है और जमीन को समतल करने वाले ग्रामीणों को भी काम ना करने की धमकी दी है।
ये स्टेडियम गुमला शहर से 85 किमी दूर चैनपुर प्रखंड के बारडीह पंचायत स्थित तबेला गांव में बन रहा है। इसका काम 2 साल पहले शुरू हुआ था लेकिन अब नक्सलियों की वजह से काम बंद पड़ा है।
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नक्सलियों की धमकी की वजह से कोई भी स्टेडियम को बनाने के लिए आवाज नहीं उठा पा रहा है। टीचर्स का कहना है कि हमें अपनी जान प्यारी है, अगर हम कुछ बोलेंगे तो नक्सली हमें नहीं छोड़ेंगे।
बता दें कि ये स्टेडियम शहीद नायमन कुजूर के नाम पर बन रहा है। शहीद नायमन कुजूर चैनपुर प्रखंड के तबेला गांव से सटे उरू गांव के रहने वाले थे। वह 18 सितंबर 2016 को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।
नक्सली शहीद जवान के नाम से चिढ़ते हैं और गांव के लोग भी नक्सलियों के डर से जवान का नाम नहीं लेते हैं। नक्सलियों ने ग्रामीणों को धमकाया भी है कि अगर शहीद का नाम लिया तो जान से मार देंगे।
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