झारखंड: जवानों के डर से नक्सलियों ने छोड़ा अपना हेडक्वार्टर, अब इन जगहों पर बना रहे ठिकाना

गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी, देवरी, तिसरी, गांवा और बिहार के जमुई जिले के चकाई ,चरका पत्थर जैसे इलाकों को नक्सली (Naxalites) सीमांचल जोन कहते हैं।

Parasnath

पारसनाथ

नक्सली (Naxalites) संगठन भाकपा माओवादी का मुख्यालय मुख्य रूप से पारसनाथ जंगल में ही रहा है। लेकिन, कोरोना काल को देखते हुए नक्सलियों ने पारसनाथ से सटे इलाकों में अपनी गतिविधियों को कम कर दिया है। अब ये नक्सली जंगलों के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं।

गिरिडीह: झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। इसका असर ये हुआ है कि नक्सलियों ने अपनी गतिविधियों को अपने मुख्यालय पारसनाथ जंगल में कुछ दिन के लिए बंद कर दिया है और बिहार-झारखंड के सीमांचल क्षेत्र में अपना ठिकाना बना लिया है।

सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि झारखंड और बिहार के बॉर्डर के पास के इलाकों में नक्सलियों का जमावड़ा लगा हुआ है।

सूत्रों का कहना है कि नक्सली (Naxalites) संगठन भाकपा माओवादी का मुख्यालय मुख्य रूप से पारसनाथ जंगल में ही रहा है। लेकिन, कोरोना काल को देखते हुए नक्सलियों ने पारसनाथ से सटे इलाकों में अपनी गतिविधियों को कम कर दिया है। अब ये नक्सली जंगलों के रास्ते बिहार में प्रवेश कर चुके हैं।

गौरतलब है कि भाकपा माओवादियों ने बिहार और झारखंड की सीमा को सीमांचल क्षेत्र घोषित कर रखा है। ये सुरक्षाबलों की मेहनत का ही नतीजा है कि पारसनाथ में नक्सलियों की गतिविधियों पर काफी हद तक नकेल कसी गई है।

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बता दें कि एक करोड़ के इनामी नक्सली और भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य पति राम मांझी उर्फ अनल दा और 25 लाख के इनामी नक्सली अजय महतो जैसे तमाम बड़े नक्सली पारसनाथ को छोड़कर झारखंड के सारंडा जंगल में अपना ठिकाना बनाए हुए हैं।

इसके अलावा खबर ये भी है कि कुख्यात नक्सली कृष्णा हंसदा को पारसनाथ जोन की कमान सौंपी गई थी, लेकिन वह भी पारसनाथ छोड़कर सीमांचल में प्रवेश कर चुका है। सूत्रों का कहना है कि पारसनाथ में तो इस समय शांति है, लेकिन सीमांचल में ये नक्सली अशांति फैला रहे हैं।

बता दें कि गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी, देवरी, तिसरी, गांवा और बिहार के जमुई जिले के चकाई ,चरका पत्थर जैसे इलाकों को नक्सली सीमांचल जोन कहते हैं। पिंटू राणा और करुणा दी के नेतृत्व में माओवादी इस जोन में लेवी लेने के लिए आतंक मचा रहे हैं। इस दस्ते में बिहार और झारखंड के नक्सली शामिल हैं।

बीते शुक्रवार की रात को ही बिहार सीमा पर चकाई थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित बर मोरिया पंचायत के दुम्मा से पथरिया तक सड़क व पुल निर्माण करने वाली कंपनी के कैंप कार्यालय पर नक्सलिों ने हमला किया था। नक्सलियों ने लेवी के लिए कंपनी के लोगों की बुरी तरह पिटाई की थी। इसके बाद यहां सड़क निर्माण कार्य बंद हो गया।

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