झारखंड: पूर्व CM बाबूलाल मरांडी के बेटे की हत्या में शामिल नक्सली पर नकेल कसने की तैयारी, चलेगा देशद्रोह का मुकदमा

बिहार (Bihar) के जमुई में सरेंडर करने वाले हार्डकोर नक्सली (Hardcore Naxalite) सुरंग यादव पर देशद्रोह (Sedition) का केस चलेगा। गिरिडीह की अदालत में उसके खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है।

Naxalite

इस नक्सली (Naxalite) पर भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बेटे समेत गिरिडीह जिले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की हत्या करने का आरोप है।

बिहार (Bihar) के जमुई में सरेंडर करने वाले हार्डकोर नक्सली (Hardcore Naxalite) सुरंग यादव पर देशद्रोह (Sedition) का केस चलेगा। झारखंड के गिरिडीह की अदालत में उसके खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है। नक्सली सुरंग पर यह कार्रवाई गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी में एक ढिबरा कारोबारी की गला रेतकर हत्या करने के मामले में की जा रही है।

बता दें कि इस नक्सली (Naxalite) पर भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के बेटे समेत गिरिडीह जिले में तीन दर्जन से अधिक लोगों की हत्या करने का आरोप है।

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गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने भेलवाघाटी की नक्सली घटना से संबंधित दस्तावेज के आधार पर राज्य सरकार से अभियोजन चलाने के लिए मंजूरी देने की मांग की है। गौरतलब है कि राज्य सरकार के मंजूरी के बिना किसी व्यक्ति पर देशद्रोह का केस नहीं चलाया जा सकता है।

फिलहाल शेखपुरा जेल में बंद सुरंग यादव गिरफ्तारी से पूर्व बिहार-झारखंड सीमा पर नक्सल गतिविधि में सक्रिय था। वह इस इलाके में नक्सली हिंसा को अंजाम देने के साथ माइका, ढिबरा उत्खनन के साथ विकास कार्यों से लेवी वसूलता था। सरेंडर करने के बाद उसे जमुई जेल भेजा गया था। जिसके बाद अब उसे शेखपुरा जेल में रखा गया है।

ये है पूरा मामला

ढिबरा कारोबारी की गला रेतकर हत्या करने के मामले में सूचक उदय साव ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा था कि 17 अक्टूबर, 2008 को वह अपने साले दासो साव के साथ ढिबरा (माइका) खरीदने देवरी प्रखंड क्षेत्र के तेतरिया मोड़ गया था। सुबह करीब पांच बजे ढिबरा खरीदने में पंचायती की बात कह कर कुछ लोग जमा थे। अचानक करीब तीस की संख्या में नक्सली हथियार से लैस होकर वहां पहुंचे।

नक्सली दस्ते का नेतृत्व रमेश मंडल कर रहा था। नक्सलियों को देख सभी भागने लगे। वह भी भाग कर कुछ दूर चला गया और दुकान की आड़ से अपने साला को देखने लगा। दासो साव मोटरसाइकिल से गिर गया। जिसके बाद नक्सली उसे उठाकर किनारे ले गए और गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। नक्सलियों ने भाकपा माओवादी जिंदाबाद के नारे लगाए। घटनास्थल पर एक पर्चा भी छोड़ा था। जिसमें लिखा गया था कि ग्राम रक्षा दल का नेतृत्व करने वाले दासो साव को मौत की सजा दो।

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