आजादी के बाद भारतीय सेना का अब तक का सबसे बड़ा लॉजिस्टिक ऑपरेशन, चीन और ठंड से मुकाबले की तैयारी में जुटी सेना

भारतीय सेना ने सर्दियों के महीनों में पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में सभी प्रमुख इलाकों में सैनिकों की अपनी मौजूदा संख्या को बनाए रखने का फैसला किया है क्योंकि चीन के साथ सीमा विवाद के जल्द समाधान का कोई संकेत नहीं मिला है।

Eastern Ladakh

Biggest military logistics operation in decades in Eastern Ladakh

भारतीय सेना (Indian Army) कई दशकों के अपने सबसे बड़े सैन्य भंड़ारण अभियान के तहत पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में करीब चार महीनों की भीषण सर्दियों के मद्देनजर टैंक‚ भारी हथियार‚ गोला–बारूद‚ ईंधन के साथ ही खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगी हुई है। सैन्य सूत्रों ने के अनुसार शीर्ष कमांडरों के एक टीम के साथ थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे इस विशाल अभियान में पर्सनली जुड़े हुए हैं। इसकी शुरुआत जुलाई में हुई थी और अब ये पूरा होने जा रहा है।

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सूत्रों के मुताबिक सीमा पर भारी तादात में टी–90 और टी–27 टैंक‚ तोप और सैन्य वाहनों को कई संवेदनशील इलाकों में पहुंचाया गया है। इस अभियान के तहत सेना (Indian Army) ने सोलह हजार फुट की ऊंचाई पर तैनात जवानों के लिए बड़ी संख्या में कपड़े‚ टेंट‚ खाद्य सामग्री‚ संचार उपकरण‚ ईंधन‚ हीटर और बाकी दूसरी वस्तुओं की भी आपूर्ति की है।

सैन्य सूत्रों के मुताबिक‚ अभी तक का ये सबसे बड़ा साजो–सामान अभियान है जो आजादी के बाद लद्दाख में पूरा किया गया है। पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में किसी भी तरह की चीनी दुस्साहस से निपटने के लिए भारतीय सेना (Indian Army) ने तीन अतिरिक्त सेना डिविजन की तैनाती की है। क्योंकि पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में अक्टूबर से जनवरी के बीच तापमान शून्य से नीचे -5 डिग्री सेल्सियस से शून्य से -25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।

सूत्रों के मुताबिक भारत ने यूरोप के कुछ देशों से सर्दियों के कपड़े इत्यादि सामानों का आयात किया है और पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में सैनिकों को इसकी आपूर्ति की जा चुकी है। एलएसी इलाकों में हजारों टन भोजन‚ ईंधन और अन्य उपकरणों को पहुंचाने के लिए सी–130जे सुपर हरक्यूलिस और सी–17 ग्लोबमास्टर सहित भारतीय वायु सेना के करीब सभी परिवहन विमानों और हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया गया है।

भारतीय सेना (Indian Army) ने सर्दियों के महीनों में पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में सभी प्रमुख इलाकों में सैनिकों की अपनी मौजूदा संख्या को बनाए रखने का फैसला किया है क्योंकि चीन के साथ सीमा विवाद के जल्द समाधान का कोई संकेत नहीं मिला है। भारतीय वायु सेना ने भी एलएसी से लगे इलाकों में हाई अलर्ट पर रहने का फैसला किया है।

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