हाथरस गैंगरेप: पुलिस ने जबरन कर दिया पीड़िता का अंतिम संस्कार।
Hathras Gang Rape: हाथरस गैंगरेप की घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है। सबके मन में यही सवाल है कि क्या अपराधियों में पुलिस और प्रशासन का कोई डर नहीं बचा है? आखिर कोई शख्स एक लड़की के साथ इतनी दरिंदगी कैसे कर सकता है? इसके अलावा इस मामले में प्रशासन के रवैये पर भी सवाल उठ रहे हैं।
यूपी के हाथरस में हुए गैंगरेप (Hathras Gang Rape) में पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने शव का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस के इस अमानवीय रवैये से जनता में बौखलाहट है। हर तरफ पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग की जा रही है। इस घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।
इस मुश्किल घड़ी में पीड़िता के परिवार वालों पर क्या बीत रही होगी इस बात का अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। इस घटना ने देश को झकझोर कर रख दिया है। सबके मन में यही सवाल है कि क्या अपराधियों में पुलिस और प्रशासन का कोई डर नहीं बचा है? आखिर कोई शख्स एक लड़की के साथ इतनी दरिंदगी कैसे कर सकता है?
बता दें कि 29 सितंबर की सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता ने दम तोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस ने पीड़िता के शव का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि वे प्रशासन से कहते रहे कि 15 मिनट के लिए बेटी के आखिरी दर्शन करा दें, लेकिन पुलिस ने पीड़िता के शव को देखने तक नहीं दिया।
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जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत के बाद पुलिस शव को लेकर हाथरस पहुंची। एंबुलेंस के पहुंचते ही लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुस्साए ग्रामीण सड़क पर ही लेट गए। एसपी और डीएम, लड़की के मजबूर पिता को अंतिम संस्कार के लिए समझाते रहे।
घरवालों की बस इतनी सी इच्छा थी कि वो अपनी बेटी का रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार करें। लड़की की मां का कहना था कि हम अपनी बच्ची की विदाई करना चाहते हैं। हल्दी लगानी होती है, तभी आखिरी विदाई होती है।
Her cries are falling on deaf years. The mother of the girl could not even get to cremate her as per their rituals. The Police cremated the body without family’s permission.
This is new level of insanity from UP government.#Hathras #HathrasHorror #HathrasHorrorShocksIndia pic.twitter.com/bNVftuILcs
— Manoj Lubana (mouji) (@LubanaManoj) September 30, 2020
लेकिन करीब 200 की संख्या में पुलिसवालों की उपस्थिति में घरवालों की मांग ठुकराते हुए प्रशासन शव को रात करीब 2 बजकर 20 मिनट पर जबरदस्ती अंतिम संस्कार के लिए ले गया। हैवानों ने जीते जी उसकी इज्जत को तो तार-तार किया ही, मरने के बाद प्रशासन ने सम्मान के साथ उसके अंतिम संस्कार का हक भी छीन लिया।
आखिर क्या है पूरा मामला?
यूपी के हाथरस जिले के चंदपा थाने के गांव में 14 सितंबर की सुबह 19 साल की दलित लड़की के साथ गैंगरेप (Hathras Gang Rape) की घटना को अंजाम दिया गया। जानकारी के मुताबिक, सुबह लगभग साढ़े नौ बजे के चार दबंगों ने लड़की के साथ गैंग रेप किया। जुबान न खोले इसलिए उसकी जीभ काट दी गई और रीढ़ की हड्डी तक तोड़ दी गई। उसके दोनों पैर पैरालाइज्ड हो गए थे। उसके हाथ भी आंशिक रूप से पैरालाइज्ड हो चुके थे। इस बर्बरता ने पूरे देश को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
पीड़िता को गंभीर हालत में पहले अलीगढ़ इलाज के लिए भेजा गया। वहां पीड़िता की हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना के 9 दिन बाद लड़की होश में आई तो इशारों से अपना दर्द बयां किया। वह 15 दिनों तक जिंदगी और मौत की जंग लड़ती रही। लेकिन आखिर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
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